माना कि नहीं है मखमल का बिछौना मेरे पास पर तू ये बता कितनी रातें चैन से सोया है...
ज़ाकिर घुरसेना/कैलाश यादव
धान पर धमाधम, नहीं हो रहा है कम
धान और किसान को लेकर देश में सियासत गरमाई हुई है। सत्तापक्ष और विपक्ष ट्विटर पर धनास्त्र छोड़ रहे है। धान खरीदी को लेकर भाजपा के दोहरे मापदंड पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखा हमला करते हुए कहाकि एक तरफ केंद्र सरकार किसानों को 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल देने से रोक रही है, वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमनसिंह किसानों को 25 सौ रुपए में धान खरीदी की मांग कर रहे है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहाकि भाजपा का दोहरा चरित्र नहीं चल सकता। जनता में खुसुर फुसुर है कि ये तो एैसा हो गया भाजपा वाले चोर को बोल रहे है चोरी करो और पहरेदार को जागते रहो। किसानों ने एक शेर केंद्र सरकार को नज्र किया है- माना कि नहीं है मखमल का बिछौना मेरे पास, पर तू ये बता कितनी रातें चैन से सोया है।
शेर को सवा शेर मिल गया
केरल में माकपा की सरकार है पहले पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में भी इनकी सरकार थी लेकिन अब नहीं है। राजनीति ऐसी हो गई है कि कुर्सी से कोई हटना नहीं चाहता। इसी कड़ी में अब माकपा ने केरल में बांटो और राज करो की नीति अपना रही है। माकपा नेताओं का कहना है कि इस नीति पर चलते हुए लोग कहां से कहां पहुंच गए। लेकिन लोकतंत्र में यह सब जायज नहीं है। वैसे भी आज-कल लोग जायज नाजायज सोचना छोड़ सिर्फ कुर्सी की सोचते हैं। केरल में अब नया प्रयोग माकपा द्वारा किया जा रहा है। वो ये कि वहां हिंदू-ईसाई गठबंधन बनाकर भाजपा को टक्कर देने की सोच रहे है। जनता में खुसुर फुसुर है कि शेर को सवा शेर मिल गया।
नगरनार में लोहा की खेती करेंगे दाऊजी
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर संस्था को निजीकरण करने पर जोर जोर दे रहे हैं वही भूपेश बघेल इसके विपरीत काम कर रहे हैं, मामला नगरनार स्टील प्लांट का है। नगरनार स्टील प्लांट छत्तीसगढ़ के बस्तर में है। वे चाहते हैं कि बाहर का कोई व्यक्ति इसे न ले क्योंकि वह छत्तीसगढ़ के हितों पर कुठाराघात करेगा। साथ ही मूल निवासी और क्षेत्र का हित व विकास प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट को सरकार खरीदेगी और खुद संचालित करेगी। छत्तीसगढिय़ों के हित के लिए ही सोचते हैं और उनका विकास चाहते हैं। वेलडन दाऊजी... छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा।
कोरोना टीका का राजनीतिकरण
पिछले दिनों यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि वे कोरोना वैक्सीन नहीं लगाएंगे क्योंकि ये वैक्सीन भाजपा का है। और भाजपा पर उनको भरोसा नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने आगे यह भी कहा कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं है भाजपा ने विपक्ष को डराने के लिए यह भ्रम फैलाया है। जनता में खुसुर फुसुर है कि प्रदेश सहित पूरे विश्व में लाखों लोग मर गए अखिलेश जी को अभी भी इसमें कोरोना नहीं दिख रहा है।
आंध्रप्रदेश वाला नवा भांटो
पिछले दिनों भाजपा प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने कहा छत्तीसगढ़ मेरा मायका है। मैं आपकी बहन और बेटी हूं। पुरंदेश्वरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चल रही है, चलना भी चाहिए। कांग्रेसियों ने कहा कि मोदी जी जहां भी जाते हैं, वहीं से नाता जोड़ लेते है। छत्तीसगढ़ आए तो बोल दिए मैं भी तेली समुदाय से आता हूं, बंगाल चुनाव के लिए टैगोर का रूप धारण कर रहे हैं, बिहार का चुनाव हुआ तो बोले मैं भी बिहारी हूं आदि आदि। जनता में खुसुर फुसुर है कि राजनीति में कुछ भी बोला जाए सब जायज है। छत्तीसगढ़ के लोग खुश हैं कि चलो अब एक भांटो आंध्रप्रदेश में भी हो गया।
वाह कमिश्नर साहब
पिछले दिनों कमिश्नर साहब ने कहा कि स्वीपर के नहीं आने पर शिक्षक और बच्चों से सफाई करवा लें। अब कमिश्नर साहब ही बताएं कि शिक्षक बच्चों को कब पढ़ाएंगे, क्योंकि दिन भर स्कूल की साफ-सफाई में ही लग जाएगा। अब अंग्रेजी स्कूल में पढऩे वाले बच्चे वहां से निकल कर क्लीनर मैन बन जाएंगे। जनता में खुसुर फुसुर है कि कमिश्नर साहब प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान का बेहतर ब्रांड एंबेसडर बन सकते हैं।
विकास उपाध्याय का असम दौरा
युवा विधायक विकास उपाध्याय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव के साथ असम के प्रभारी बनाए गए। पहली बार असम का दौरा कर भी आए। वहां कांग्रेसियों को टिप्स दे आए। उनके वापस रायपुर आते ही कांग्रेस के दो विधायक भाजपा में चले गए। जनता में खुसुर फुसुर है कि एक बार के दौरे में ये आलम है अगर कई बार दौरा हुआ तो क्या होगा।
एनएसयूआई एक पैली धान और एक रुपए मांगेगी
खबर है कि एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा आंदोलनरत किसानों की मदद के लिए मंडियों में जाकर एक पैली धान और एक रूपये मांगेंगे। जनता में खुसुर फुसुर है कि पिछले 2 साल से जब सरकार आई है कांग्रेसी काठा वाले हो गए हैं। एक पैली धान और एक रूपये हिसाब समझ में नहीं आ रहा।