हरियाणा। हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) में भारतीय जनता पार्टी की जीत और कांग्रेस की हार पर पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी ने 'दुख' का इजहार किया है. उन्होंने कहा, "हरियाणा में हमारी जीत निश्चित थी क्योंकि किसान, जवान, पहलनवान सारे इनके खिलाफ चले गए थे." अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बीजेपी बुद्धिमानी से जाति-पाति का समीकरण बैठाकर चुनाव की गणित इस तरह अपनाई कि हमें हार का सामना करना पड़ा. आंकड़ो के हिसाब बीजेपी हमसे आगे नहीं बढ़ पाई है मतलब, जब वोट को देखा जाए, तो हमसे आगे नही जाएंगे."
उन्होंने आगे बताया कि कल हरियाणा से मेरा एक काफी नजदीक दोस्त, जो चुनाव लड़े थे उन्होंने मुझे मैसेज भेजा कि मैं बत्तीस वोटों से हारा. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सारी चीज हमारे पक्ष में रहते हुए हमें हार का सामना करना पड़ा. ये हमारे लिए बड़ी दुख की बात है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हमें आगे लड़ने में कोई तकलीफ होगी क्योंकि बीजेपी के खिलाफ देश में एक माहौल बन चुका है इसके चलते हरियाणा की जीत का उम्मीद बीजेपी ने उम्मीद नहीं किया था लेकिन जब जीत हो गई तो जीत है. लेकिन हमारी जीत निश्चित थी.
हरियाणा में बीजेपी पिछले 10 साल से सत्ता में थी और अब तीसरी बार राज्य की कमान मिली है. हरियाणा में बीजेपी ने हैट्रिक लगाया है और ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. पार्टी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, कांग्रेस गठबंधन ने 37 सीटें जीती हैं. आईएनएलडी गठबंधन ने दो सीटें जीती हैं, जेजेपी का इस चुनाव में खाता भी नहीं खुला; जबकि अन्य के खाते में तीन सीटें गई हैं.
हरियाणा में 5 अक्टूबर को एक ही चरण में वोट डाले गए थे. इस बार हरियाणा चुनाव में 67.9% वोटिंग हुई. ऐलनाबाद में सबसे ज्यादा 80.61% और बड़खल में सबसे कम 48.27% मतदान हुआ है. जबकि, लोकसभा चुनाव में 64.8% वोट पड़े थे.