रायगढ़। जूटमिल थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गुड़गहन पटेलपारा तलाब के पास परमेश्वर साव पिता रोहित साव उम्र 27 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 15 गढउमरिया के हत्या मामले के आरोपी निकेश उर्फ सिन्नू साहू को जूटमिल पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर आज न्यायिक रिमांड पर पेश कर जेल दाखिल किया गया है । 15 मई को ग्राम गुड़गहन में युवक की हत्या की सूचना पर तत्काल नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय, जूटमिल पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे । जहां युवक परमेश्वर साव का शव मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। पंचानामा कार्यवाही बाद शव को पोर्स्टमार्टम के लिये रवाना कर नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व जूटमिल पुलिस संदिग्धों की धरपकड़ की गई। घटना को लेकर देर रात्रि गढ़उमरिया के गौतम कुमार साव के रिपोर्ट पर आरोपी सिन्नू साव पर हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया गया। थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक राम किंकर यादव द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन पर हिरासत में लिये गये।
संदिग्धों से पृथक-पृथक पूछताछ कर ब्यानों को क्रास चेक किया गया। पकड़े गये संदेही निकेश उर्फ सिन्नू साहू ने पूछताछ में हत्या का अपराध स्वीकार कर बताया कि मृतक परमेश्वर उर्फ भूतकुलु उसी के गांव का रहने वाला है । दोनों एक साथ बड़े हुए हैं, बचपन से ही दोनों की अच्छी नहीं बनती थी। दोनों के बीच कई बार झगड़ा विवाद हुआ है। निकेश ने बताया कि वह अपने पास एक बटन चाकू रखा करता था। 15 मई को निकेश अपने दोस्तों के साथ गुड़गहन गया था, जहां वे अक्सर जाया करते थे। सभी दोस्त खाने पीने की तैयारी में थे। उसी वक्त परमेश्वर उर्फ भूतकुलु अपने पल्सर मोटरसाइकिल से आया और निकेश से झगड़ा विवाद करने लगा जिसे निकेश के दोस्त छुड़ाने लगे। निकेश ने बताया कि परमेश्वर ने उसका गला दबा दिया था उसने अपने आप को छुड़ाकर अपने पास रखें चाकू से परमेश्वर पर कई बार हमला किया जिससे परमेश्वर वहीं गिरकर फौत हो गया। जूटमिल टीआई द्वारा हत्या के आरोपी निकेश उर्फ सिन्नू साहू पिता केशव साहू उम्र 20 वर्ष निवासी गढ़उमरिया थाना जूटमिल जिला रायगढ़ के पास से घटना में प्रयुक्त चाकू, घटना समय पहने कपड़े और भी महत्वपूर्ण साक्ष्य जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय के सुपरविजन में संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक रामकिंकर यादव, सहायक उपनिरीक्षक शशिदेव भोई एवं हमराह स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।