रायपुर। आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने बढ़ते महिला अपराध के खिलाफ प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए जमकर लताड़ लगाई। कोमल हुपेंडी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों पार्टियों के तमाम बड़े नेता लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। लेकिन सभी नेता प्रदेश की असुरक्षित महिलाओं की हक में आवाज उठाने से बचते हैं। आलम यह है कि रायपुर में 6 साल तक की बच्चियों से दरिंदगी हो रही है। अपराधियों को खुली शह मिली हुई है। प्रदेश की महिलाओं में डर का माहौल व्याप्त है। कोमल हुपेंडी ने प्रदेश सरकार और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
प्रदेश की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं की सुरक्षा के मोर्चे पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार बुरी तरह विफल रही है। अनुसूचित जाति-जनजाति महिलाओं की बद्तर स्थिति तो है ही इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा के तमाम तंत्रों के बीच रहने वाली अन्य महिलाओं के साथ भी दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं कांग्रेस के शासनकाल में लगातार बढ़ी हैं। कोमल हुपेंडी ने कहा कि चुनावी साल में महिलाओं के लिए केंद्र सरकार महिला आरक्षण बिल लाकर अपनी पीठ थपथपा रही है वहीं, छत्तीसगढ़ सरकार तमाम फौरी दावे कर साबित करने में जुटी हुई है कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट घट रहा है, लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े के अनुसार छत्तीसगढ़ में हर दिन रेप की तीन घटनाएं होती हैं। जबकि इससे कई गुना ज्यादा केसेस रिकॉर्ड में दर्ज ही नहीं होते हैं। साथ ही प्रदेश सरकार को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर यदि जल्द ही कोई ठोस पहल नहीं की गई तो पार्टी प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन को बाध्य होगी।