जगदलपुर। कलेक्टर रजत बंसल ने बादल एकेडमी, कलागुड़ी, थिंक बी और ट्रेवल बस्तर जैसी संस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए आमचो बस्तर हेरीटेज सोसायटी के गठन के निर्देश दिए। बुधवार देर शाम कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि बस्तर की कला, संस्कृति, पर्यटन आदि विरासतों को सहेजने और संवारने में इन संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोहित व्यास, सहायक कलेक्टर सुश्री सुरुचि सिंह, संयुक्त कलेक्टर गोकुल रावटे, जगदलपुर के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री दिनेश नाग सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने बादल एकेडमी के माध्यम से आदिवासी कला, संस्कृति पर आधारित डिप्लोमा पाठ्यक्रम के संचालन हेतु खैरागढ़ स्थित इंदिरा संगीत कला विश्वविद्यालय, बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय तथा जगदलपुर स्थित शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय से संबद्धता हेतु आवश्यक कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बादल एकेडमी में निरंतर आदिवासी कला संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने इस संस्थान से कला, संस्कृति एवं साहित्य से जुड़े अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के निर्देश भी दिए। आसना में स्थित वन विभाग के उद्यान में आदिवासी संस्कृृति व सभ्यता के दर्शन हेतु किए जा रहे कार्यों को देखते हुए उन्होंने बादल एकेडमी के साथ ही संयुक्त पार्क के रुप में विकास पर भी चर्चा की।
कलेक्टर ने कलागुड़ी संस्थान के माध्यम से बस्तर की माटी शिल्पकला, धातु शिल्पकला, काष्ठ शिल्पकला, लौह शिल्पकला के साथ ही गोदना कला के संरक्षण संवर्धन की दिशा में भी कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बस्तर की स्थानीय व्यंजनों को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए, जिससे पर्यटक इन व्यंजनों का आनंद ले सकें। कलेक्टर ने इन सभी संस्थानों में मानव संसाधनों की पूर्ति हेतु भर्ती प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।