आधार कार्ड बना मनरेगा मजदूरी भुगतान का आधार

छग

Update: 2023-03-02 10:44 GMT
जगदलपुर। मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट भारत सरकार ने 1 फरवरी से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत श्रमिकों के मजदूरी भुगतान आधार कार्ड आधारित पेमेंट सिस्टम के अनुसार करने निर्देश जारी किया है। यह सिस्टम आधार कार्ड को बैंक का खाता से लिंक होने पर कार्य करेगा। श्रमिकों को जिस बैंक में मनरेगा मजदूरी का भुगतान चाहिए, उस बैंक में जाकर अपना आधार नंबर को लिंक कराना होगा। उक्त जानकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रकाश सर्वे ने जिले के मनरेगा से जुड़े अमलों को बैठक में दी। जिसके परिपालन में तोकापाल जनपद सीईओ ने ग्राम सचिव और ग्राम रोजगार सहायकों की बैठक लेकर बैंक खाते से आधार कार्ड को लिंक करने की कार्यवाही करने कहा।
जिले में इस वित्तीय वर्ष में 31 मार्च तक 16.10 लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से वर्तमान में 87 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिए गए हैं। मनरेगा अंतर्गत जिले में कुल 2 लाख 54 हजार मजदूर पंजीकृत है, जिनमें से एक लाख 95 हजार मजदूरों के बैंक खाते से आधार लिंक है। 10 मार्च तक शत प्रतिशत मनरेगा मजदूरों के बैंक खाते से आधार लिंक कराने के निर्देश बैठक में जिला पंचायत सीईओ ने दिए। जिसके परिपालन में जनपद पंचायत तोकापाल के ग्राम पंचायतों में आधार निर्माण के लिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है। सचिव और रोजगार सहायकों को श्रमिकों के बैंक खाते को आधार आधारित भुगतान करने के लिए बैंक से संपर्क करने को कहा। इस कार्य मे बैंक को से आवश्यक सहयोग करने की अपील भी की गई है।
बैठक में सहायक परियोजना अधिकारी ने पोस्ट आफिस में नए खाते खोल कर भुगतान करवाने की सलाह सचिव और रोजगार सहायकों को दिया। पोस्ट ऑफिस में खोले गए खाते 03 दिन में ही आधार आधारित भुगतान के लिए प्राप्त हो जा रहे है। यह सिस्टम कैसे काम करता है इसकी जानकारी मनरेगा जॉब कार्डधारी परिवारों को देकर जागरूक करने और आवश्यक सहयोग करने को कहा। बैठक में सहायक परियोजना अधिकारी पवन सिंह, जनपद पंचायत सीईओ, सहायक प्रोग्रामर जनपद पंचायत के अलावा ग्राम पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक उपस्थित रहे। यह एक प्रकार की भुगतान प्रणाली है जो विशिष्ट पहचान संख्या पर आधारित होती है और आधार कार्ड धारकों को आधार आधारित प्रमाणीकरण के माध्यम से निर्बाध रूप से वित्तीय लेनदेन करने की अनुमति देती है। एईपीएस बैंकिंग सेवा का उद्देश्य आधार के माध्यम से सभी को वित्तीय और बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराकर समाज के सभी वर्गों को सशक्त बनाना है । नकद जमा, नकद आहरण, खाते में जमा शेष राशि की पड़ताल, एक आधार से दूसरे आधार में राशि स्थानांतरण, लेनदेन एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे मनरेगा, आवास, पेंशन, एन.आर.एल.एम. इत्यादि के भुगतान डी. बी. टी. के माध्यम से सीधे हितग्राहियों के खाते में जायेगा । हितग्राही को अपना आधार कार्ड, पासबुक के साथ बैंक में ले जाना होगा । तत्पश्चात आधार आधारित भुगतान की सहमति फॉर्म भरकर बैंक में जमा करना होगा। ये करने के बाद 24 घंटों के अंदर हितग्राही इस प्रणाली का लाभ ले सकते हैं।
Tags:    

Similar News

-->