डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के ग्राम पुरैना में खलिहान में रखे चने की ढेर में अचानक आग लग गई। समय पर दमकल वाहन के नहीं पहुंचने के कारण उपज को राख होने से नहीं बचाया जा सका। घटना शनिवार रात एक बजे की है। कोठार से धुंआ और लपटें को देख ग्रामीणों के होश उड़ गए। ग्रामीण मौके पर पहुंचकर देखे तो आग पूरी तरह से फैल चुका था। आनन-फानन में आगजनी घटना की जानकारी दमकल टीम को दी गई लेकिन टीम करीब तीन बजे पहुंची, जब तक 200 क्विंटल से अधिक चना जलकर खाक हो चुका था।
दस लाख रुनए का नुकसान
ग्रामीणों ने अपने स्तर में आग को बुझाने का भरपूर प्यास किया। लेकिन सफल नहीं हो पाए। तेज हवा के साथ आग की लपटें फैलती गई और पास में रखे पैरा, पाइप लाइन को भी अपनी चपेट में ले लिया। आगजनी की घटना में करीब 10 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आग लगने का मुख्य कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
छह घंटे तक करते रहे मशक्कत
आग को बुझाने ग्रामीण छह घंटे तक कड़ी मशक्कत करते रहे। सुबह सात बजे आग पर काबू पाया गया। पुरैना निवासी सीपर राम के निज निवास के बाजू में कोठार रखे रखी 30-40 एकड़ का चना लगभग जलकर खाक हो गया। कोठार में 10 किसानों का चना रखा हुआ था।
ईश्वर दास लोधी ने बताया कि रात एक बजे अचानक आग की लपेट को देखकर गांव के किसानों ने हाहाकार मचाते हुए ईश्वरदास लोधी को उठाया और वहां उठाते ही दौड़ते हुए कोठार की ओर गया और किसी तरह ट्रैक्टर को बचाने में कामयाब हुए। ग्रामीणों ने बोर से आग को बुझाने का भरसक प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हो पाए।