रायपुर। प्रदेश में 77 लाख राशनकार्डेां का नवीनीकरण किया जा रहा है। जबकि बीते साल वन नेशन वन कार्ड के तहत सभी राशनकार्डेां का केवाईसी करके सत्यापन किया गया था। वर्तमान में 70 हजार ऐसे राशनकार्डेां का सत्यापन किया जा रहा है जो बीते साल बने हैं। खाद्य विभाग का नियम है कि पांच-पांच साल में राशनकार्ड का सत्यापन किया जाए। इसके बाद भी अभी अवधि पूरी नहीं होने वालों के कार्ड निरस्त होने की बात विभाग द्वारा की जा रही है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि यह राशनकार्ड का नहीं, बल्कि कार्ड के कवर का नवीनीकरण हो रहा है। बता दें कि पिछली सरकार ने जिला स्तर पर 6 करोड़ रूपए के राशन कार्ड छपवाए थे। अब सिर्फ कवर बदलने के लिए इतना ही खर्च किया जा रहा है।
राशन कार्ड परिचय पत्र के रूप में भी उपयोग होता है। परिवार के सदस्यों की उम्र पांच साल काम कम होने पर अनेक सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रहेंगे। प्रदेश में 77 लाख राशनकार्ड धारक हैं। आज दिनांक तक 20 लाख राशन कार्ड के कवर का नवीनीकरण नहीं हो पाया है। इसका कारण क्यू आर कोड का सर्वर डाउन होने पर नहीं चलना है। कार्ड धारकों को बार-बार राशन दुकानों का चक्कर अलग लगाना पड़ रहा है। 77 लाख राशनकार्डों के नवीनीकरण का कार्य 25 जनवरी से जारी है। 21 फरवरी की स्थिति में 64 लाख 22 हजार 571 राशन कार्डधारियों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन किया है। राशनकार्ड नवीनीकरण का कार्य 25 फरवरी तक किया जाएगा।