पढ़ना-लिखना अभियान असाक्षरों को साक्षर बनाने का प्रयास है। अभियान के अंतर्गत बीते 30 सितम्बर को प्रौढ़ शिक्षार्थी के आंकलन के लिए महापरीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 175 केंद्रों के माध्यम से कुल 7 हजार 289 शिक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 5 हजार 673 महिला, 1 हजार 615 पुरूष एवं 1 तृतीय लिंग शिक्षार्थी शामिल हुए।
प्रौढ़ शिक्षार्थी आंकलन परीक्षा ने अपने आप में अनूठी मिसालें कायम की है। जहां ट्रांसजेंडर महिला श्रीमती रूनिया ने परीक्षा दिलाई। तो वहीं प्राथमिक शाला चिउटीमार में श्रीमती अनारकली अपनी बेटी सुश्री कुसुमकली तथा पुत्रवधु गोदकुंवर के साथ परीक्षा में शामिल हुई। आंकलन केन्द्र छापरपारा में श्रीमती सुनीता ने अपने बच्चे के साथ परीक्षा दिलाई तथा नगर पालिका बैकुण्ठपुर के प्राथमिक शाला चेर में दिव्यांग विजय परीक्षा में शामिल हुए।