बीजापुर। वन विभाग द्वारा वन्यजीव के तस्करी के प्रकरण में संयुक्त टीम बनाकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। इन्द्रावती टायगर रिजर्व, बीजापुर के रुद्रारम गांव से बाघ की खाल की तस्करी में लिप्त नौ आरोपियों को बाघ के खाल के साथ गिरफ्तार कर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत दिनांक 3 जुलाई को 9 आरोपियों को जेल भेजा गया था। पश्चात आरोपियों के निशान देही पर अन्य आरोपियों को भी पकड़ा गया। 18 जुलाई की स्थिति में कुल 39 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। प्रकरण में मुख्य रूप से आरोपी तुलसीराम, रामकुमार टिंगे, ओमप्रकाश ठाकुर, गणेश यालम एवं मनोज कुरसम, अमित कुमार झा, आरती दास गंधर्व, पुतुल बर्मन (महिला आरोपी), पीतांबर साहू, सुधाकर हटवार, श्यामराव शिवनकर, शालीकराम मरकाम, अशोक खोटेले, जागेश्वर साहू, धर्माराव चापले, श्रवण झाड़ी, रंजीत कुलदीप, अली बक्श खान, किशोर दशरिया आदि की बाघ, तेंदुआ की खाल, कछुआ और अन्य वन्यजीवों के खरीदी-बिक्री में संलिप्तता रही है।
इस प्रकरण में अभी तक कुल 39 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है एवं वर्तमान में प्रकरण से संबंधित 07 आरोपी फरार है। प्रकरण में आरोपीयो का संबध महाराष्ट्र के तस्कर गिरोह से होने से संयुक्त टीम ने 14 आरोपियों को महाराष्ट्र के भंडारा, गोंदिया और चंद्रपुर जिले से आरोपियों को ग्राम कोसाटोला, सालेकसा में बाघ को करंट लगाकर मारने और तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायीक हिरासत में जेल भेजा गया है। प्रकरण में आरोपियों से बाघ की खाल, 02 नग हिरण के सिंग एवं बाघ की हड्डियां, तेंदुआ का खाल, कोटरी सिंग-2 नग, कोटरी का कपाल -01 नग, उल्लू का कपाल, उल्लू का पंजा-02 नग, सांबर का सिंग-02 नग, भालू का नाखून-04 नग, कार, मोटरसायकल, मोबाईल फोन, जीआईतार का फंदा आदि सामग्री बरामद की गई है। इंद्रावती टायगर रिजर्व के उप संचालक, धम्मशील गणवीर ने बताया कि यह सम्पूर्ण कार्यवाही संयुक्त रूप से टीम गठित कर की गयी है जिसमे उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व के उप संचालक वरून जैन, वनमण्डलाधिकारी दुर्ग शशी कुमार, शशिगानंदन वनमण्डलाधिकारी पश्चिम भानुप्रतापपुर एवं सबंधित वनमण्डल के टीम द्वारा इस बड़े तस्कर गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है । इस कार्यवाही में पुलिस विभाग से पुलिस अधीक्षक जिला बिजापुर आंजनेय वाष्णैर्य पुलिस अधीक्षक, जगदलपुर जितेन्द्र मीना, पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक गरियाबंद अमित कामले इनका संयुक्त कार्यवाही में अहम योगदान रहा है।