प्रदेश से पैसा कमाने सूरत गयी 3 युवतियां, स्टेटस देखकर युवक ने महिला हेल्प डेस्क से मांगी मदद

सूरत से वापस लाने पुलिस टीम रवाना

Update: 2020-12-27 05:07 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  जिले के मनोरा अम्बाकोना की एक युवती गुजरात के सूरत शहर में बंधक बनकर रह गई हैं। बहकावे में आकर गांव की 3 युवतियां अक्टूबर में काम के लालच में सूरत चली गई थी। वहां एक होटल में तीनों की नौकरी भी लग गई । नौकरी लगने के बाद एक माह तक सब ठीक रहा, लेकिन बाद में उन्हें होटल मालिक की नीयत अच्छी नहीं लगी तो उन्होंने काम छोड़ने का फैसला लिया, लेकिन जैसे ही होटल मालिक को पता चला कि लड़कियां वापस जाना चाहती है तो उसने उनका वेतन देने से मना कर दिया था।

होटल मालिक द्वारा लगातार नजर रखने से युवतियां वहां से निकल नहीं पा रही है। ऐसे में एक युवती ने अपने सोशल वाल पर बंधक होने का स्टेट्स डाला जिसमें लिखा था कि तीनों लड़किया यहां आकर बुरी तरह से फंस गई है और उन्हें अब मदद की जरूरत है। युवती ने स्टेट्स में गुजरात के सूरत में होने का भी जिक्र किया था।
कलेक्टर और एसपी से पिता ने लगाई गुहार
पीड़िता के पिता को जब बेटी के बंधक बनाने और बाद में सूरत के सखी सेंटर में रखे जाने की जानकारी हुई तो उसने कलेक्टर व एसपी को आवेदन देकर बेटी को वापस लाने की गुहार लगाई है। पीड़िता के पिता ने शनिवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर और एएसपी से मुलाकात कर पूरी जानकारी दी।
मोबाइल में स्टेटस डाला तो मनोरा के युवक ने की मदद
गुरुवार की शाम को युवती का स्टेटस को जब मनोरा के युवक ने देखा तो उसने फंसी हुई पीड़िता को फोन लगातार जानकारी ली। तो पीड़िता ने उसे बताया कि वह मनोरा अम्बाकोना के पास की रहने वाली किसी प्रियंका नाम की महिला के बहकावे में आकर पैसा कमाने सूरत आ गई, पर सूरत से आने के बाद न तो उसे वेतन दिया जा रहा है और ना ही उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जा रहा है। युवती ने युवतियों की सहायता के लिए गुजरात महिला हेल्प डेस्क का नंबर में संपर्क किया।
टीम आधे घंटे में लड़कियों के पास पंहुच गई लेकिन टीम के सदस्यों ने उनका मोबाइल ही कब्जे में ले लिया। जब युवक ने दुबारा फोन किया तो उसने फोन रिसीव नहीं किया। जब उसने दुबारा महिला डेस्क वालों से संपर्क किया तो महिला हेल्प डेस्क वाले उल्टा युवक को ही धमकाने लगे। ऐसे में युवक छग महिला हेल्प डेस्क से संपर्ककर उन्हें पूरी बताई तो टीम सक्रिय हुई। उनके हस्तक्षेप के बाद तीनों युवतियों को सूरत के सखी वन स्टॉप सेंटर में रखा है।
सखी सेंटर के इंचार्ज ने बताया कि लड़कियां बालिग हैं। अपने मन से यहां काम करने आई थी लेकिन उनसे काम ज्यादा करवाया जाता था और इन्हें लगा कि होटल संचालक की नीयत अच्छी नहीं है इसलिए उन्होंने महिला हेल्प डेस्क से मदद मांगी और हमारे हस्तक्षेप के बाद उन्हें सखी सेंटर में सुरक्षित रखा है ।
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