जांजगीर। शराब में घोटाले के मामले में जांजगीर-चांपा जिला पहले से ही चर्चा में रहा है। अब प्रीमियम शराब में पानी मिलाकर बेचने का एक और मामला सामने आया है। शराब में पानी मिलाने की पुष्टि होने के बाद दुकान के तीन प्लेसमेंट कर्मचारियों को आबकारी अधिकारी द्वारा सेवा से बर्खास्त करते हुए तीनों के खिलाफ आबकारी अधिनियम 38 क के तहत कार्रवाई की गई है।
आबकारी विभाग द्वारा जांजगीर-नैला और चांपा शहर में ही प्रीमियम शराब दुकान का संचालन किया जाता है। प्रीमियम शराब दुकान में एक हजार रुपए से कम की कोई शराब नहीं मिलती है। जिला मुख्यालय में यह दुकान नैला रोड में संचालित है। आबकारी अधिकारियों द्वारा इन दिनों जिले में संचालित न केवल प्रीमियम बल्कि अन्य देसी और विदेशी शराब दुकानों में बेची जा रही शराबों की जांच की जा रही है।