सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा इलाके में सक्रिय एक महिला समेत कुल 2 माओवादियों ने पड़ोसी राज्य तेलंगाना में सरेंडर किया है। यहां भद्रादि कोत्तागुडम पुलिस के सामने दोनों नक्सलियों ने हथियार डाले हैं। ये दोनों नक्सली किस्टाराम एरिया कमेटी में पिछले 13 सालों से सक्रिय थे। छत्तीसगढ़ में एनकाउंटर का डर था इसलिए हिंसा का रास्त छोड़ा और मुख्यधारा में लौट आए हैं। जानकारी के मुताबिक, नक्सली पोडियम इदुमैया उर्फ हरीश और उइके मुथ्यालक्का ये दोनों नेमलागुड़ा के रहने वाले थे। किस्टाराम एरिया कमेटी में सक्रिय थे। साल 2011 से नक्सल संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहे थे। अलग-अलग घटनाओं में शामिल थे। पुलिस पार्टी को एंबुश में फंसाना। जवानों की रेकी करना। हत्या, आगजनी जैसी वारदातों में भी शामिल रहे हैं।
इन दोनों नक्सलियों ने तेलंगाना में समर्पण करने के बाद कहा कि, बस्तर में लगातारा मुठभेड़ हो रही है। कई साथी मारे गए हैं। कहीं ये भी मारे न जाएं इसलिए हिंसा का रास्ता छोड़ने का निर्णय लिया। जिसके बाद कुछ दिन पहले रात के अंधेरे में संगठन के साथियों से छिपते-छिपाते दोनों तेलंगाना पहुंच गए। और अब भद्रादि कोत्तागुडम पुलिस के सामने हथियार डाल दिए। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस फोर्स आक्रामक हो गई है। 3 महीने के अंदर 80 नक्सलियों को मार गिराया है। मारे जाने के डर से ही बस्तर के किस्टाराम इलाके में सक्रिय 3 महिला समेत 6 नक्सलियों ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में सरेंडर कर दिया है। इनपर करीब 19 लाख रुपए का इनाम घोषित था। एक पर 5 लाख, 3 पर 4-4 और 2 एक-एक लाख रुपए के इनामी थे।