बलात्कार के सबूत मिटाने वाले 2 आरोपी थाने रिहा, जानिए क्या है पूरा मामला?

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Update: 2025-01-06 14:47 GMT
Raipur. रायपुर। ED की कार्यवाही में जेल में बंद कोयला तस्करी स्कैम का मुख्य आरोपी निखिल चंद्राकर के ऊपर 2 साल पहले हुआ था एक बलात्कार की धारा में एफ आई आर जेल में बंद निखिल चंद्राकर अपने गिरोह के दो गुर्गे को नकली चाभी से पीड़िता के घर मैं रखें यौन संबंधित मेडिकल दस्तावेज एवं शैक्षिक प्रमाण पत्र की चोरी करवाया इस मामले में सरगना निखिल चंद्राकर और उसके दो गुर्गों निलेश सरवैया उर्फ मोंटी, गणेश वर्मा उर्फ गोलू पर धारा 454, 380, 120 बी जैसी गंभीर धाराओं में पुलिस FIR करी थी और
पुलिस
द्वारा गणेश वर्मा उर्फ गोलू, निलेश सवैया उर्फ मोंटी को गिरफ्तार किया गया एक विशेष टीम द्वारा। पुलिस चार दिन थाने में रखकर दोनों चोरों से पूछताछ करती है और जैसे ही निखिल की पत्नी तलविंदर चंद्राकर उर्फ चिक्की चंद्राकर को खबर लगती है कि निखिल के बलात्कार मामले के सबूत मिटाने वाले दो चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है तो तलविंदर चंद्राकर के थाने धमकते ही पुलिस तत्काल थाने से ही बिना गिरफ्तारी बनाएं आरोपियों को कोर्ट में न पेश करते हुए उन दोनों चोरों को थाने से ही रिहा कर देती है सूत्रों के मुताबिक दोनों चोरों की थाने से रिहाई आरोपी निखिल चंद्राकर की पत्नी तलविंदर चंद्राकर चिक्की के दबाव में की गई।


यह मामला केवल पुलिस की नाकामी नहीं बल्कि महिला सुरक्षा के दावों की भी पोल खोलता है।पीड़िता के जिस घर से चोरी करवाई गई थी वह घर आज दिनांक तक सामान सहित तलविंदर चंद्राकर उर्फ चिक्की चंद्राकर द्वारा कब्जा करके रखा गया है। जिसमें आज दिनांक तक 2 साल से पीड़िता थाना खम्हारडीह के चक्कर लगा रही है लेकिन इस मामले में आज तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई यह साफ तौर पर दिखता है की तलविंदर चंद्राकर कितनी प्रभावशाली महिला हैं की पुलिस भी आज तक तलविंदर के घर कब्जा करने वाले प्रकरण पर कोई कार्यवाही नहीं कर सकी। महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल छत्तीसगढ़ में यह मामला पुलिस विभाग की कार्यशैली और महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है प्रदेश में महिलाएं किस हद तक सुरक्षित हैं।

यह घटना इसकी भयावह तस्वीर प्रस्तुत करती है।इन दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में 2 साल लगे इस दौरान पीड़िता को कई बार थाने के चक्कर काटने पड़े और वरिष्ठ अधिकारियों को ढाई हजार से अधिक पत्र लिखने पड़े बावजूद इसके गिरफ्तारी के चार दिन बाद ही आरोपियों को थाने से ही रिहा करना पड़ा पीड़िता पहले ही जानलेवा हमले की शिकायत कर चुकी है लेकिन आज तक उसे मामले में कोई कार्यवाही पुलिस द्वारा नहीं की गई। पीड़िता के जिस घर से चोरी करवाई गई थी वह घर भी आज दिनांक तक सामान सहित तलविंदर चंद्राकर उर्फ चिक्की चंद्राकर द्वारा कब्जा करके रखा हुआ है और अपना ताला भी लगा दिया गया है तलविंदर चंद्राकर द्वारा जिसमें आज दिनांक तक 2 साल से पीडित थाना खम्हारडीह के चक्कर लगा रही है लेकिन इस मामले में भी आज तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई यह साफ तौर पर दिखता है की तलविंदर चंद्राकर कितनी प्रभावशाली महिला हैं।
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