नौकरी से निकाले गए 101 कर्मचारी, सड़क पर लेट कर किया विरोध प्रदर्शन

Update: 2022-04-19 11:57 GMT

दुर्ग। दुर्ग जिले के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज से नौकरी से निकाले जाने पर विरोध कर रहे 101 कर्मचारियों ने मंगलवार को चिलचिलाती धूप में सड़क पर लेटकर प्रदर्शन किया है। इस दौरान कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी भी की। कर्मचारियों ने 2 घंटे तक सड़क पर लेटकर विरोध ​किया। कर्मचारियों ने बताया कि हम आज सुबह से बाइक रैली निकालने चाहते थे। इस रैली के जरिए एकजुटता दिखाना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने हमें रोक लिया। हमने रैली के लिए कलेक्टर कार्यालय से अनुमति ली थी और संबंधित थाने में भी आवेदन दिया था। फिर भी हमें रोक लिया गया। कर्मचारियों का कहना है कि बाइक रैली, कुरूद, भिलाई क्षेत्र चरौदा, पावर हाउस से सुपेला होते हुए वापस मेडिकल कॉलेज स्थित हमारे पंडाल में आने वाली थी। लेकिन पुलिस की टीम सुबह 7.30 बजे ही पंडाल के पास पहुंच गई और उन्हें रोक लिया गया। इसी बात का विरोध करने हम वहीं बैठ गए थे। बाद में सड़क पर लेटकर प्रदर्शन किया। इसके बाद 10 बजे के बाद सभी वापस पंडाल लौट गए।

दरअसल चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण राज्य सरकार ने 2 फरवरी 2020 को किया था। इसके बाद 3 सितंबर 2020 को राजपत्र में इसका प्रकाशन भी हो गया। इसके बाद यहां काम कर रहे 101 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। इसमें स्वास्थ्य कर्मचारी सहित अलग-अलग पदों पर काम करने वाले लोग शामिल हैं। बताया जा रहा है कि नौकरी से निकालने के बाद इन्होंने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई। मगर कहीं बात नहीं बनी। इस पर इन्होंने कॉलेज के पास ही पंडाल लगाकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था, जो अब भी जारी है। इनकी मांग है कि इन्हें वापस रख लिए जाए। क्योंकि यह 2013 से यहां काम कर रहे थे। मांग पूरी नहीं होने पर कर्मचारियों ने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया। इस पर कुछ दिन बाद सुनवाई होगी।

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