नगरपालिका चौक पर युवाओं ने पटाखे फोड़े, एकदूसरे को खिलाई मिठाई
, एकदूसरे को खिलाई मिठाई
छपरा नगर निगम के मेयर राखी गुप्ता को पद मुक्त किए जाने के बाद शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। एक तरफ जहां समर्थक मायूस हैं, वहीं दूसरी तरफ विरोध करने वाले लोग राज्य चुनाव आयोग के निर्देश आने के बाद जश्न मना रहे हैं। इसी क्रम में छपरा नगरपालिका चौक पर गुरुवार देर शाम कुछ युवाओं ने पटाखा फोड़ और मिठाई बांट खुशी का इजहार किया। युवाओं ने राज्य निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाई साथ ही चौक पर मौजूद सभी लोगों में मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया।
बच्चे की संख्या छुपाना गलत
मुख्य रूप से रोटरी क्लब के सचिव और विद्या भारती के सदस्य अमरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में विपक्षियों ने नगरपालिका चौक पर आने जाने वालों के बीच लड्डू वितरण किया और आतिशबाजी कर जश्न मनाया। देर शाम जश्न मनाते हुए रोटेरियन अमरेंद्र कुमार सिंह ने राज्य निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि पद के लिए राखी गुप्ता ने अपने बच्चे की संख्या छुपाई थी, जो गलत कदम था।
शुक्रवार को चुनाव आयोग ने पत्र जारी करते हुए मेयर राखी गुप्ता को बर्खास्त करते हुए उनके चुनाव को अयोग्य करार दिया गया है। यह लोकतंत्र की जीत है। तीन बच्चे रहते हुए चुनावी हलफनामे में 2 बच्चों का जिक्र मेयर ने किया जो गलत कदम था। मेयर के गलती पर लोगों के लिए सिख होगा, नहीं तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया से लोगों का भरोसा उठ जाता।
27 जुलाई को आया फैसला
राज चुनाव आयोग ने छपरा मियां राखी गुप्ता को तीन संतान मामले में गुरुवार की शाम पत्र जारी करते हुए अयोग्य साबित कर दिया। चुनावी हलफनामे में मेयर राखी गुप्ता ने अपने दो बच्चों का जिक्र किया था। जबकि अन्य दस्तावेज के आधार पर मेयर को तीन बच्चे हैं। इसी बात को लेकर पूर्व मेयर सुनीता देवी ने राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराया गई थी। इसका फैसला 27 जुलाई को आया है।