घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को मिलेगा परामर्श, 500 थानों में 26 से महिला हेल्प डेस्क
पटना न्यूज़: राज्य के 500 थानों में महिला हेल्प डेस्क काम करने लगेगा. इससे महिलाओं को इन थानों में अपनी शिकायत दर्ज कराने में तो सहूलियत होगी ही, घरेलू हिंसा जैसे मामलों में पीड़ित महिलाओं को समुचित परामर्श मिलेगा. उन्हें समय पर परामर्श, न्याय पाने के लिए उचित मार्गदर्शन और दूसरे विभागों से समन्वय स्थापित कर पीड़ित महिला को हर तरह से सहायता मुहैया कराई जाएगी. महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार पुलिस दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में करेंगे.
यह जानकारी पुलिस मुख्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में एडीजी (कमजोर वर्ग) आर मल्लर विलि ने दी. बीसैप-5 परिसर स्थित मिथिलेश स्टेडियम में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होगा. एडीजी विलि ने कहा कि इससे पहले राज्य में 2011 में प्रत्येक जिले में एक-एक महिला थाने खोले गए थे. इसके बाद 2016 से महिलाओं की पुलिस महकमे में भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई. इसका नतीजा है कि आज बिहार पुलिस में सर्वाधिक संख्या में महिलाएं हैं.
उन्होंने कहा कि थानों की महिला हेल्प डेस्क में चौबीस घंटे महिला पदाधिकारी की तैनाती रहेगी, जो किसी पीड़ित महिला को तुरंत हर संभव कानूनी समेत अन्य सहायता मुहैया कराने में पूरी तत्परता से काम करेंगी. महिलाओं को किसी आपात स्थिति या घरेलू हिंसा या किसी परिस्थिति में फंसने पर डायल-112 को फोन करके तुरंत सहायता लेनी चाहिए. महिलाओं के खिलाफ अगर किसी तरह की छेड़खानी या ऐसी किसी तरह की समस्या होती है, तो उसके खिलाफ पुलिस की तरफ से सख्त कार्रवाई की जाती है. इसके लिए जरूरी है कि महिलाएं भी आगे आकर शिकायत करें. अब वे किसी भी स्थान से कहीं से 112 पर फोन करके ऐसी किसी घटना की शिकायत चौबीस घंटे करवा सकती हैं. महिलाओं को हर तरह से सुरक्षा देने में इस हेल्पलाइन की भूमिका बड़ी अहम होगी. अधिक से अधिक इसका प्रचार और उपयोग भी करें.