गया न्यूज़: लोग अपनी जिंदगी की गाढ़ी कमाई को बैंक या पोस्ट ऑफिस में इसलिए जमा करते हैं ताकि उनके बुरे वक्त में सहारा बन सके, लेकिन आमस में इन दिनों एक महिला को अपनी ही मेहनत से कमाई जमा पूंजी को वापस पाने के लिए पोस्ट ऑफिस के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. हम बात कर रहे हैं आमस निवासी संतोष गुप्ता की पत्नी रूबी कुमारी की, जिन्होंने तीन वर्ष पूर्व उप डाकघर में चार हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से एक आरडी कराई थी. रूबी कुमारी ने सोचा भी नहीं था कि एक दिन ब्याज तो दूर अपनी मूलभूत रकम के लिए भी उसे इस तरह परेशान होना पड़ेगा. हालांकि, इसकी शिकायत विभागीय इंस्पेक्टर से भी कर चुकी हैं, लेकिन अब तक उन्हें रकम हासिल नहीं हुआ है.
वरीय अधिकारियों को बताई गई है
इस बारे में पूछे जाने पर विभागीय इंस्पेक्टर धनंजय कुमार ने बताया कि ग्राहक की शिकायत पर वरीय अधिकारियों को रिपोर्टिंग की है. आमस उप डाकघर गया मंडल के अधीन आता है.
नहीं सुनने को तैयार हैं पीओ
हार्ट पैसेंट रूबी कुमारी अपने इलाज व कर्ज के रुपये भरने के लिए अब रुपयों की जरूत पड़ी तो वह आरडी तुड़वाने पोस्ट ऑफिस पहुंची, लेकिन वहां उन्हें यह पता चला कि गलत तरीके से रकम का इस्तेमाल कर दिया गया है. अब वह अपने रुपयों के लिए दौड़ लगा रही हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. उसने बताया कि तीन साल जमा किये गये रुपये पोस्ट ऑफिस के कम्प्यूटर में शो नहीं कर रहा है.
अपना टारगेट पूरा करने गलत खाता खोला
आमस निवासी संतोष गुप्ता की पत्नी रूबी कुमारी ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व आमस उप डाकघर में चार हजार रुपये प्रति माह जमा करने के लिए एक आरडी कराई थी, लेकिन अपने विभागीय टारगेट को पूरा करने के लिए तत्कालीन उसपीएम ने एक की जगह सौ-सौ रुपये का चालीस आरडी खाता खोल दिया. रूबी कुमारी को शुरू में यह बात समझ में नहीं आयी. अब इसी पैसों के लिए रूबी कुमारी को पोस्ट ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.