बिहार। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गरहां थाना इलाके में पुलिस के डर से भाग रहे एक लड़के की डूबने से मौत हो गई। जिसके बाद लोगों ने भारी बवाल काट दिया। पुलिस टीम रामपुर जयपाल गांव में बुधवार को शराब केस में छापेमारी करने पहुंची थी। पुलिस के डर से पानी भरे गड्ढे में कूदे किशोर जितेंद्र कुमार(15) उर्फ चुनचुन की डूबने से मौत हो गई। इससे आक्रोशित लोगों ने गरहां थाने पर हमला कर दिया। उन्होंने थाने में घुसकर तोड़फोड़ की और परिसर में खड़ी बोलेरो और सूमो समेत जब्त कर रखीं 10 बाइक फूंक दी।
भीड़ ने थाने के सामने एक किसान के बथान में भी आग लगा दी। थाने में मौजूद चार पुलिसकर्मियों ने भागकर जान बचाई। गुस्साए लोगों ने रामपुर जयपाल के चौकीदार हीरा राय को जमकर पीटा। मुंशी जसपाल सिंह के टूटे पैर में ट्रैक्शन लगे होने के कारण उन्हें छोड़ दिया। जानकारी के अनुसार जितेंद्र के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस की गश्ती गाड़ी देखते वह पानी भरे गड्ढ़े में कूद गया। वहीं, सूचना पर एसएसपी राकेश कुमार 20 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ गरहां पहुंचे। गरहां निवासी औराई विधायक सह पूर्व मंत्री रामसूरत राय व पूर्व मुखिया भरत राय भी पहुंचे। एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि भीड़ ने कानून हाथ में लिया है। एफआईआर दर्ज की जाएगी।
करीब 25 मिनट तक गरहां थाना में घुसी भीड़ उत्पात मचाती रही। इस क्रम में थाने में मुंशी जसपाल सिंह दहशत में बेड पर पड़े रहे। पांव टूट जाने के कारण ट्रैक्शन लगा हुआ था। वह थाने की बैरक में ही थे। उन्होंने बताया कि 25 मिनट तक दहशत भरा गुजरा। लग रहा था कि कब भीड़ उन पर हमला कर देगी। गरहां थाने के रामपुर जयपाल गांव का जितेन्द्र कुमार भाई की गिरफ्तारी से डरा था। यही कारण था कि पुलिस की गश्ती गाड़ी को देखकर बचने के लिए पानी भरे गड्ढ़े में कूद गया और तैरना नहीं आने के कारण डूब गया। बताया गया कि गरहां चौक से जितेंद्र एक अन्य युवक के साथ बाइक से रामपुर जयपाल की ओर जा रहा था। इसी क्रम में सामने से आ रही गश्ती पुलिस ने उसे घेरने का प्रयास किया।
कुछ देर पहले उसके भाई धर्मेंद्र को भी पुलिस ने पकड़ा था। इसलिए जितेंद्र और उसका साथी बाइक छोड़कर भागे। दोनों गांव में रामप्रताप भगत के घर के बगल में स्थित पानी भरे गड्ढे़ में कूद गए। साथी तैरना जानता था, वह गड्ढे से निकल गया लेकिन जितेंद्र डूब गया। उसे डूबते हुए देखने के बाद भी पुलिसकर्मियों ने उसे बचाने का प्रयास नहीं किया। बल्कि, उसके घर पर पहुंचकर छापेमारी कर दी। इधर, पानी भरे गड्ढे से निकले जितेंद्र के साथी ने गांव में जाकर मामले की जानकारी दी। फिर परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पानी भरे गड्ढे से शव को निकाला। ग्रामीणों ने पहले गरहां चौक पर दरभंगा फोरलेन को शव रखकर जाम किया। यहां पर गरहां थाने की गश्ती पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। गाड़ी लेकर गश्ती दल मौके से भाग निकला। इसके बाद उग्र भीड़ का मनोबल बढ़ गया और शव लेकर गरहां थाने पर पहुंच गए। फिर उन्होंने पुलिस थाने में जमकर बवाल काटा।