ई-शिक्षा कोष पोर्टल में चहक कार्यक्रम को किया गया शामिल

Update: 2023-07-22 07:20 GMT

पटना न्यूज़: ई-शिक्षा कोष पोर्टल में चहक कार्यक्रम भी शामिल हो गया. अब चहक गतिविधि जितने स्कूलों में होगी, उस पर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की नजर रहेगी. स्कूल प्रशासन को हर दिन गतिविधियों को ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करनी होगी.

चहक (चिल्ड्रन हेप्पीनेस इन एंबियंस एंड एक्वायरिंग नॉलेज)का मुख्य उद्देश्य बच्चों को स्कूल के प्रति सहज बनाना और विद्यालय से जुड़ाव रखना है. इसकी गतिविधि स्कूलों में कक्षा एक में वर्ष 2022 में शुरू की गयी. लेकिन परिणाम बेहतर नहीं रहा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने एक ऑनलाइन प्लेटफार्म भी बनाया था, जिस पर हर स्कूल को रिपोर्टिंग करनी थी.

स्कूल, शिक्षक और विद्यार्थी के अलावा अब चहक भी अब तक ई शिक्षा कोष में स्कूल, शिक्षक और विद्यार्थी के लिए ही मॉडयूल था, पर अब चहक को भी पिछले सप्ताह शामिल किया गया है. इसके पीछे मकसद है कि हर गतिविधि पर नजर रखी जाए और स्कूल में चहक कार्यक्रम पूरी तरह से सफल हो. बता दें कि कक्षा एक में आंगनबाड़ी केंद्र और पहली बार स्कूल में नामांकन लेने वाले छात्र शामिल होते हैं. 140 तरह की गतिविधियां करवाई जाती हैं.वर्तमान में राज्य के 69230 प्राथमिक स्कूलों में कक्षा एक में एक करोड़ बच्चे नामांकित हैं. इनमें 17 जुलाई से चहक गतिविधि शुरू है. यह गतिविधि स्कूलों में तीन महीने तक चलेगी. इस बीच बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई करवाने से लेकर उन्हें पढ़ने के प्रति रुचि पैदा की जाएगी.

इन चीजों की होगी निगरानी:

1.शिक्षक रोज गतिविधि करवा रहे हैं या नहीं

2. अभ्यास पुस्तिका का पालन हुआ या नहीं

3. स्कूली बच्चों को गतिविधि समझ में आ रही है या नहीं

4. बच्चे हर दिन स्कूलों में अभ्यास पुस्तिका बना रहे हैं या नहीं

5. बच्चों को अभयास पुस्तिका दी जा रही है या नहीं

Tags:    

Similar News

-->