दाखिल खारिज व परिमार्जन के साढ़े तीन हजार मामले लंबित

Update: 2023-04-08 09:30 GMT

बक्सर न्यूज़: सदर अंचल के अधिकारियों व कर्मियों की कार्यशैली से लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है. लोगों का कहना है कि सीओ आम आदमी की बात सुनने से कतराती हैं. जिसके चलते फरियाद लेकर आने वाले लोग निराश होकर लौट जाते हैं.

सदर अंचल में दाखिल खारिज और परिमार्जन के साढ़े तीन हजार से अधिक मामले पेंडिंग हैं. इनका निष्पादन कब होगा, इसका जवाब किसी के भी पास नहीं है. वरीय अधिकारियों का हस्तक्षेप भी कारगर नहीं दिख रहा है.

सोलह हलकों का है अंचल अंचल में कुल सोलह हलका हैं. यहां एक राजस्व पदाधिकारी एवं नौ राजस्व कर्मचारी पदस्थापित हैं. दाखिल खारिज और परिमार्जन के अधिक मामले आते हैं. अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दाखिल खारिज और परिमार्जन के आवेदन ऑनलाइन लिए जाते है. ऑनलाइन आवेदन पर राजस्व कर्मचारी रिपोर्ट देते है. उसके बाद चेक कर राजस्व पदाधिकारी और अप्रूवल अंचल पदाधिकारी का काम होता है. इस प्रक्रिया को पूरा करने हेतु न्यूनतम 35 दिन व अधिकतम 75 दिन की अवधि सरकार की ओर से निर्धारित है. काम को लेकर अंचल कार्यालय की दौड़ लगाने वाले नागरिकों का कहना है कि कर्मचारी के रिपोर्ट के बाद भी अप्रूवल के इंतजार में कार्य लंबित पड़े हुए हैं.

वरीय अधिकारियों का आदेश भी बेअसर

अंचल कार्यालय में कार्य अटका कर रखने की प्रवृत्ति पर रोक नहीं लग पा रही है. वर्ष 2022 के फरवरी माह म़ें एसडीओ ने निरीक्षण कर मामला लंबित रहने पर नाराजगी जताई थी. बावजूद, अंचल की कार्यशैली म़ें कोई बदलाव नहीं आया. कर्मियों का कहना है कि दाखिल खारिज का मामला सीओ के स्तर पर पेंडिंग चल रहा है. अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बक्सर अंचल में 2016 दाखिल खारिज का मामला लंबित है. इसमें साठ दिन से अधिक वाला 229 मामला है. जबकि, 18 दिन से अधिक वाला दाखिल खारिज के कुल 1401 मामले पेंडिंग हैं. वहीं, परिमार्जन के 1500 मामले लंबित चल रहे हैं.

वभागीय गाइडलाइन व फीफो के कारण कार्य पर असर पड़ा है. लेकिन, एक पखवारे के अंदर लंबित कार्यों का निष्पादन कर दिया जाएगा.

-प्रियंका राय सीओ, बक्सर.

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