पटना न्यूज़: भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि केंद्र में कांग्रेस सरकार के समय ललन सिंह और दिवंगत शरद यादव ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद पर नौकरी के बदले जमीन घोटाला का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी. आज यही लोग सीबीआई के दुरुपयोग का शोर मचा रहे हैं. आरोप लगाया कि जब भी किसी घोटाले की जांच होती है, इसमें आरोपित लालू परिवार खुद को पीड़ित बताकर सहानुभुति पाने की राजनीति करने लगता है.
कहा कि तेजस्वी यादव और ललन सिंह इधर-उधर की बातें करने के बजाय ग्रुप डी की नौकरी के बदले कीमती जमीन लालू परिवार के नाम करने वाले ललन चौधरी के बारे में क्यों नहीं बताते? ये ललन चौधरी कौन हैं और क्यों इनकी जमीन गिफ्ट में ली गई? लालू प्रसाद सत्ता का दुरुपयोग कर सम्पत्ति बनाने के आदि हैं. मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने चारा घोटाला किया और रेल मंत्री बनने पर जमीन के बदले रेलवे की नौकरी बांटने का घोटाला किया.
लालू प्रसाद को पहली बार, 2013 में चारा घोटाले के मामले में दोषी करार दिया गया था. उस समय केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी, जिसमें उनकी पार्टी भी शामिल थी.
- जिबेश कुमार मिश्रा, भाजपा नेता