बिहार | लाखों रुपये की स्कैनर मशीन कोल्ड ड्रिंक और शराब में अंतर नहीं कर पा रही है. इसका लाभ उठाकर शराब माफिया सीमा से शराब की बड़ी खेप ट्रक पर लादकर निकल जा रहे हैं. इसके अलावा सरसों तेल के डिब्बों के बीच भी छिपाकर लाई जा रही शराब की खेप को भी बिहार की सीमा पर लगी स्कैनर मशीन नहीं पकड़ पा रही है. कांटी थाने की पुलिस ने चार दिन पहले एक ट्रक शराब के साथ अमृतसर जिले के अजनाला थाना के तलबंडी राय ग्राम निवासी चालक सतनाम सिंह को गिरफ्तार किया था. उसने पुलिस पूछताछ में इसका खुलासा किया है.
उसने पुलिस को बताया है कि कोल्ड ड्रिंक की बोतल व केन के कार्टन के बीच में शराब के कार्टन छिपाई जाती है. इससे बॉर्डर पर स्कैनर मशीन नहीं पकड़ पाती है. इस तरह सरसो तेल के कार्टन के बीच भी शराब की खेप को मशीन स्कैन नहीं कर पा रही है. इसका लाभ शराब माफिया उठा रहे हैं. इस तरह बेधड़क शराब की खेप को सीमा से पार करा लिया जा रहा है. उत्तर प्रदेश व झारखंड सीमा से कई ट्रक शराब इसी तरह बिहार में प्रवेश कराई गई है. गिरफ्तार चालक से पूछताछ में इस खुलासे के बाद पुलिस अधिकारी हैरत में है. मामले की सूचना मद्य निषेध मुख्यालय को भेजी गई है. शराब माफियाओं के इस तरीके की काट तलाशी जा रही है. बताया गया कि बॉर्डर पर ज्यादातर ट्रकों में स्कैनर लगाकर शराब की जांच होती है. तरल पदार्थ के बीच रखी गई शराब भी तरल होने के कारण स्कैनर उसे नहीं पकड़ पा रही है. जबकि ठोस पदार्थ के बीच में रखी गई शराब को स्कैनर मशीन आसानी से पकड़ लेती है.