हाजीपुर (वैशाली) कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए तीन थानेदारों को लाइन हाजिर कर दिया गया (three police officer shunted) है. वैशाली एसपी मनीष कुमार ने राजापाकड़ के थानेदार रवि कांत पाठक, देसरी के थानेदार धनंजय चौधरी और जुड़ावनपुर ओपी प्रभारी राकेश मोहन को लाइन हाजिर किया है. बताया गया कि बीते दिनों चार लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत (Four people died under suspicious circumstances) मामले में राजापाकड़ के थाना प्रभारी रवि कांत पाठक और देसरी थाना प्रभारी धनंजय चौधरी को लाइन हाजिर किया गया है.मौत मामले की उच्च स्तरीय कमेटी कर रही जांच के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में विभागीय उच्च स्तरीय जांच कमेटी जांच कर रही है. ऐसे में दोनों थाना प्रभारी भी जांच के दायरे में आते हैं. यही कारण है कि इन दोनों को लाइन हाजिर किया गया है. जुड़ावनपुर प्रभारी राकेश मोहन को एक अन्य मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में वैशाली एसपी ने लाइन हाजिर किया है. इस विषय में उन्होंने बताया कि राजापाकड़ और देसरी में संदिग्ध मौत मामले में लाइन हाजिर किया गया है और जुड़ावनपुर थाना अध्यक्ष ने एक केस में गलत किया था, उसकी लापरवाही की वजह से एक हत्या हो गई थी, इस वजह से लाइन हाजिर किया गया है. संदिग्ध मौत मामले में प्रथम दृष्टया जो बात सामने आई उसके आधार पर विभागीय जांच की जा रही है. नियम यह है कि विभागीय जांच के दौरान थाना प्रभारी पद पर बना नहीं रह सकता है. इसलिए लाइन हाजिर किया गया है.
4 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामला बताते चलें कि बीते हप्ते राजापाकड़ और देसरी थाना क्षेत्र में 4 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. आधे दर्जन के करीब लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे. बताया गया था कि शराब पार्टी के बाद सबकी मौत हुई थी. घटना के बाद वैशाली डीएम यशपाल मीना और वैशाली एसपी मनीष राजापाकड़ देसरी थाना क्षेत्र में संयुक्त रूप से दौरा किए थे. तब मृतक के परिजनों ने भी आरोप लगाया था कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है. इसी मामले की विभागीय जांच की जा रही है.
"राजापाकड़ और देसरी में संदिग्ध मौत मामले में लाइन हाजिर किया गया है और जुड़ावनपुर थाना अध्यक्ष ने एक केस में गलत किया था उनकी लापरवाही की वजह से एक हत्या हो गई थी, इस वजह से लाइन हाजिर किया गया है. संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में प्रथम दृष्टया जो बात सामने आई उसके आधार पर विभागीय जांच की जा रही है. और नियम यह है कि विभागीय जांच के दौरान थाना अध्यक्ष के पद पर नहीं रहा जा सकता है. इसलिए लाइन हाजिर किया गया है" - मनीष, वैशाली एसपी.