सरिया छोड़ निर्माण सामग्री की कीमतों में आया उछाल

Update: 2023-07-24 09:46 GMT

पटना न्यूज़: मानसून की दस्तक के साथ ही राजधानी में भवन निर्माण सामग्रियों की कीमतों में भी उछाल आ गया है. ईंट से लेकर सीमेंट तक महंगा हो गया है. इससे मकान बनान की लागत में बढ़ोतरी हो गई है.

पांच सौ रुपये टन बढ़ा बालू

राज्य में बरसात को देखते हुए 30 जून के बाद से ही नदी से बालू निकालने पर रोक है. अब निर्माण कार्य के लिए मोटे बालू की आपूर्ति सरकारी स्टॉक से हो रही है. बालू व्यवसायी धर्मेंद्र बताते हैं कि एक-डेढ़ महीने तक सात सौ रुपये टन बिकने वाला बालू अब 12 सौ से 13 सौ रुपये टन बिक रहा है. 48 हजार रुपये में एक ट्रक (40 टन) बालू बाजार में बिक रहा है. ट्रैक्टर से बालू खरीदने वालों को 13 सौ रुपये ज्यादा चुकाना पड़ रहा है. बालू व्यवसायी बताते हैं कि एक-डेढ़ महीने पहले एक ट्रैक्टर बालू 47 सौ रुपये में मिलता था. उसकी कीमत बढ़कर लगभग छह हजार रुपये हो गई है. बरसात के दौरान बालू की कीमतें चढ़ने का ट्रेंड नया नहीं है.

कोडरमा की गिट्टी पटना में भवन निर्माण के दौरान धड़ल्ले से इस्तेमाल की जाती है. बरसात शुरू होते ही गिट्टी की कीमतों में 200 रुपये टन तक का इजाफा हुआ है. गिट्टी कारोबारी अरविंद प्रसाद बताते हैं कि लगभग दो महीने बाद गिट्टी की कीमत में कमी आएगी. कामधेनु टीएमटी के रमेश गुप्ता कहते हैं कि बीते एक से डेढ़ महीने में सरिया की कीमतें छह रुपये प्रति किलोग्राम तक कम हो गई है. पटना और आसपास की फैक्ट्रियों का उत्पादन 50 प्रतिशत तक कम करना पड़ा है. यह 64 रुपये किलो से अभी 57 से 58 रुपये प्रतिकिलो आ गया है.

सीमेंट की कीमत 360 रुपये पहुंच गई

320-30 रुपये पैकेट बिकने वाले सीमेंट की कीमत 360 रुपये पहुंच गई है. सीमेंट की कीमतें मानसून तेज होने पर गिर जाएंगी. ईंट की कीमतें मानसून बाद कम होगी. ईंट कारोबारी अरविंद बताते हैं कि पटना में ईंट की कीमतों में दो से तीन हजार रुपये प्रति डेढ़ हजार का इजाफा हुआ है.

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