जनता से रिश्ता : बिहार में अग्निपथ योजना के विरोध में हुए बवाल के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की भी साजिश की। मुजफ्फरपुर में दो साल पुराने एडिट किए गए वीडियो को वायरल कर सांप्रदायिक आग लगाने की कोशिश की गई। हालांकि, इंटरनेट बैन होने से साजिश कामयाब नहीं हो सकी। इसे लेकर अब नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें एक वकील को नामजद आरोपी बनाया गया है।
हालांकि वकील का कहना है कि वह वीडियो उसके व्हाट्सएप ग्रुप पर आया था, जिसे किसी बच्चे ने गलती से दूसरे ग्रुप में भेज दिया। पुलिस वकील की दलील को नहीं मान रही है। पुलिस के मुताबिक वकील के फोन से व्हाट्सएप पर सोशल ग्रुप में वीडियो शेयर किया गया, जिसमें धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी थी। इस वीडियो के देखने वाले लोगों की धार्मिक भावना आहत हो सकती थी। ऐसे में अग्निपथ बवाल के बीच कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो जाती।
सोर्स-HINDUSTAN