जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में जीवन रक्षक दवाओं की है घोर किल्लत

डीएम ने दवा की अनुउपलब्धता पर जताई थी नाराजगी

Update: 2023-09-06 05:00 GMT

मुंगेर: सदर अस्पताल सहित सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं की आपूर्ति राज्य सरकार की एजेंसी बीएमएसआईसीएल करती है. परंतु बीएमएसआईसीएल एजेंसी द्वारा कई प्रकार की प्राण रक्षक आवश्यक दवाओं की आपूर्ति नहीं की जा रही है.

जिस कारण सदर अस्पताल सहित सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के इंडोर और आउटडोर में ईडीएल (एसेंशियल ड्रग लिस्ट) के अनुरूप दवा उपलब्ध नहीं है. मरीजों को ज्यादा पैसे खर्च कर बाहर की दवा दुकानों से महंगी दवाओं की खरीद करनी पड़ रही है. पिछले 21 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में सदर अस्पताल सहित सभी 9 प्रखंडों में संचालित अनुमंडल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और पीएचसी में ईडीएल के अनुरूप दवा की उपलब्धता नहीं रहने पर डीएम नवीन कुमार ने आपत्ति जताई थी. समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई थी कि सभी स्वास्थ्य संस्थान के आउटडोर और इंडोर में निर्धारित संख्या से कम मात्रा में जरूरी प्राण रक्षक दवा उपलब्ध है.

इस पर डीएम ने सिविल सर्जन सहित सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देशित किया था कि सभी स्वास्थ्य संस्था सदर अस्पताल के अलावा पीएचसी, सीएचसी, एपीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेंस सेंटर पर ईडीएल (आवश्यक जरूरी दवाएं) के अनुरूप दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था, ताकि मरीजों को बाहर से मंहगी दवाओं की खरीदारी नहीं करनी पड़े.

भंडार में 287 की जगह 140 प्रकार की दवा उपलब्ध

सदर अस्पताल के दवा भंडार में (एसेंशियल ड्रग लिस्ट) के अनुसार आउटडोर और इंडोर मिलाकर ईडीएल कुल 287 प्रकार की दवाएं उपलब्ध रहनी चाहिए. जिसमें से मात्र 140 प्रकार की दवा ही पिछले कई माह से उपलब्ध है. इंडोर विभाग में 169 प्रकार के दवा की जगह मात्र 102 प्रकार की दवाइयां ही उपलब्ध हैं. ऐसे में कई मरीजों को बाहर की दवा दुकानों से पैसे खर्च कर दवा खरीदनी पड़ती है.

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