पटना. बाइपास थाना क्षेत्र के शितला मंदिर रोड में बीते छह सितंबर को हुए डबल मर्डर की वारदात का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया है. मिली जानकारी के अनुसार सौरभ और चंदन की हत्या उसी के दोस्तों ने की है. अपराधियों ने पहले चंदन और सौरभ के साथ पार्टी की. इसके बाद बाहर निकल सौरभ को फोन कर मदद के लिए बुलाया और हत्या करवा दी. अपराधियों के टारगेट पर सौरभ अभिनंदन उर्फ गोलू था. इसे मारने के लिए कुल 1.5 लाख रुपये की सुपारी दी गयी थी. मगर, सौरभ के साथ बेवजह में दोस्त चंदन भी मारा गया.
अपराधियों ने उसके सिर में भी गोली मारी थी. सौरभ जब कहीं जाता था तो अपने दोस्त को लेकर जाता था. डबल मर्डर की यह वारदात छह सितंबर की रात की है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है. वारदात में शामिल गुलजारबाग के आइडीएच कॉलोनी के रहने वाले संजय कुमार केसरी उर्फ चिकू, सादिकपुर मछुआ टोली के गणेश कुमार और मंतोष कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से एक पिस्टल और चली हुई गोली का एक खोखा बरामद किया गया है.
परिवार से पूछताछ से मिला अपराधियों का क्लू
दरअसल वारदात के बाद अपराधियों की पहचान के लिए आसपास के सीसीटीवी के फुटेज को खंगाला गया. अपराधियों की पहचान में परिवार ने भी मदद की. वहीं से क्लू मिला. इसके बाद सिटी एसपी इस्ट की अगुवायी में जांच और गिरफ्तारी के लिए बाइपास, अगमकुआं, आलमगंज और मेहदीगंज थाना की एक टीम बनायी गयी. दरअसल वारदात वाले दिन सौरभ और चंदन, पकड़े गये अपराधियों के साथ पूरे दिन था. शराब पार्टी की दोनों को विश्वास में लिया. इसके बाद सौरभ और चंदन को घर पर छोड़ सभी अपराधी बाहर निकल गये. महज दस मिनट बाद ही एक अपराधी ने फोन किया और कहा कि शितला मंदिर रोड के पास लड़ाई हो गया है आ जाओ भाई. इसी क्रम में शूटर्स पहले से रेडी थे. इसके बाद जैसे ही शीतला मंदिर रोड की तरफ पहुंचे कि पीछे ओवर टेक कर शूटर ने दोनों को गोली मार दिया.
वर्चस्व की लड़ाई को लेकर चल रहा था विवाद
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने दावा किया है कि सौरभ अभिनंदन आपराधिक छवि का था. 30 अगस्त को ही एनएमसीएच के पास ठेला लगवाने को लेकर विवाद हुआ था. जिसमें एक एफआइआर भी दर्ज हुई थी. हत्या की साजिश रचने वाले अपराधी और सौरभ पहले से परिचित थे. गेसिंग का धंधा भी अवैध तरीके से चलाते थे. गांजा भी बेचा करते थे. पहले इन सभी की दोस्ती थी. बाद में वर्चस्व को लेकर विवाद हुआ और फिर सेटिंग कराकर हत्या करवा दी गयी. आलमगंज इलाके के रहने वाले शेठ्ठी ने 8 दिन पहले प्लानिंग रची, उसे अंजाम तक पहुंचाया. शेठ्ठी अभी फरार है. पर
फरार आरोपित शेट्ठी का खास शूटर
पिछले एक साल से गेसिंग का धंधा चल रहा था. इस बारे में गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया है. एसएसपी के अनुसार गेसिंग के रुपयों के बंटवारे को लेकर भी पहले विवाद हो चुका है. ये लोग ठेला लगवाने को लेकर भी रुपयों की वसूली करते हैं. इसका भी विवाद चल रहा था. दोनों युवकों को गोली हायर किए गये अपराधी गोपी ठाकुर और रौशन ने मारी थी. जो फरार शेठ्ठी का खास शूटर है. कुछ महीनों पहले परसा बाजार में ऑयल ट्रेडर को गोपी ठाकुर ने ही लूटा था. उस केस में भी वो फरार है.
न्यूज़ क्रेडिट: प्रभात खबर