युवक का गला रेता, मरा समझकर झाड़ियों में फेंका

Update: 2022-07-22 12:40 GMT

गोपालगंज. गोपालगंज में गुरुवार की रात घर से बुलाकर एक युवक की गला रेतकर हत्या करने की कोशिश की गयी. बाद में अपराधियों ने मरा समझकर उसे झाड़ियों में फेंक दिया. लेकिन वह खुशकिस्मत रहा कि उसकी जान बच गई. यह सनसनीखेज वारदात उचकागांव थाना क्षेत्र के साथी गांव की है. घायल युवक की पहचान मो. रफीक आलम के रूप में की गई है. उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है.

रफीक आलम साथी गांव के रहनेवाले नूर मो. का बेटा है. फिलहाल, सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने उसकी हालत चिंताजनक बताते हुए बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है. परिजनों ने बताया कि रफीक आलम खाना खाने के बाद सोने चला गया था. इसी बीच उसके दोस्तों की कॉल आई और वह बाहर निकल गया. परिजनों ने जब रफीक से बाहर जाने की बात पूछी तो उसने बताया कि उसके दोस्त बुला रहे हैं. थोड़ी देर बाद गांव के ग्रामीणों से परिजनों को खबर मिली कि गला रेतकर रफीक को झाड़ियों में फेंक दिया गया है. आनन-फानन में पहुंच परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से रफीक को इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने शरीर से अत्यधिक खून बह जाने के कारण उसकी हालत गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया.

परिजनों ने घायल रफीक के दोस्तों पर चाकू से गला रेत देने का आरोप लगाया है. वारदात की वजह पुरानी रंजिश होने की बात सामने आई है. परिजनों का कहना है कि पुलिस को भी वारदात की सूचना दी गई, लेकिन स्थानीय पुलिस जांच के लिए नहीं पहुंची. वहीं, हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने कहा कि मामले में युवक का बयान दर्ज करने के लिए पुलिस को गोरखपुर भेजा जा रहा है. एसडीपीओ ने कहा कि इस वारदात में जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.


Tags:    

Similar News

-->