सिवान न्यूज़: जिले में लगातार तीन-चार दिनों से बारिश थमी हुई है. इस दौरान उमस भरी गर्मी जारी है. इसी लेकर किसान काफी परेशान हैं. हालांकि, बारिश थमने के बाद खेत जोतने लायक होने के बाद किसान मक्का की बुआई में जुट गए हैं. रविवार से जिले में बारिश नहीं हो रही है. ऐसे में खेत
जोतने लायक होने पर किसान ज्वार, बाजरा, मक्का और अरहर आदि फसल की बुआई में जुट गए हैं. जिले में पिछड़ रही खरीफ की बुआई जल्द से जल्द पूरा करने के लिए किसान धूप की भी परवाज नहीं कर रहे हैं. लक्ष्य के 85 फीसदी तक मक्के व 42 फीसदी तक अरहर की बुआई पूरी हो चुकी है. किसानों ने कहा कि अगर चार-पांच दिनों तल जिल्रे में बारिश नहीं हुई तो धान को छोड़कर खरीफ की करीब सभी फसलों की बुआई पूरी हो जाएगी. हालांकि, किसानों का कहना है कि खरीफ सीजन की फसलों के लिए बारिश बहुत ही जरूरी है. अच्छी बारिश होने पर धान का नर्सरी तो तैयार होता ही है, रोपनी भी समय से हो जाती है. धान की फसल के लिए ज्यादा बारिश की जरूरत है. जबकि खरीफ की बाकी फसलों के लिए कम बारिश ठीक है. सीवान में विभिन्न तरह की फसलें उगाई जाती है. फसलों की अच्छी पैदावार हो, इसके लिए पिछले साल की तरह इस साल का मौसम समतुल्य होना जरूरी है. जिले में 15 हजार 431 हेक्टेयर में मक्का व 3 हजार 810 हेक्टेयर में अरहर की बुआई का लक्ष्य है. किसान प्राद भगत ने कहा कि इस साल लक्ष्य से अधिक हिस्से में मक्का वअरहर की बुआई होगी.