जमुई। नगर परिषद जमुई के मुख्य पार्षद मो हलीम उर्फ लोलो पर कई वार्ड पार्षदों ने मनमानी का आरोप लगाया है। इस लेकर शहर के शिल्पा विवाह भवन परिसर में कई वार्ड पार्षदों ने बैठक कर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें उप मुख्य पार्षद नीतीश कुमार ने कहा कि सशक्त कमेटी के गठन में नियमों का उल्लंघन और मनमानी करते हुए पार्षद का चयन किया गया। अपर समाहर्ता के कार्यालय में इसका शपथ भी दिलाया गया। उपमुख्य पार्षद नीतीश कुमार ने कहा मुख्य पार्षद अपने मन मुताबिक़ तीन पार्षद को इसके लिए नामित किया है। इस कार्य में न ही उप मुख्य पार्षद से और न ही किसी भी वार्ड पार्षदों से सहमति और विचार ली गई। जबकि इसके लिए पार्षदों का एक बैठक का होना जरूरी था। सबों की सहमति इसमें जरूरी होती हैं। इस प्रकार से उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए अपने मनमुताबिक पार्षदों का चयन कर लिया। उप मुख्य पार्षद ने कहा कि इस मामले को लेकर वे तीन दिन पूर्व डीएम को एक ज्ञापन भी देने का काम किया।
उसके बावजूद उस ज्ञापन पर कोई कारवाई नही हो पाई है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के 30 वार्ड पार्षदों में से 21 वार्ड पार्षद अभी उनके साथ हैं। सभी इस गलत काम का विरोध कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि अभी भी सशक्त कमेटी को भंग कर नए कमेटी का गठन किया जाना चाहिए। अगर कमेटी भंग नहीं की जाती है तो शहर का विकास भी ठप होगा। यहां बताना लाजमी है कि सशक्त स्थायी कमेटी के सदस्य के तौर पर वार्ड 13 के पार्षद फिरोज आलम उर्फ डिसू, वार्ड आठ के पार्षद गोपाल पंडित, वार्ड 17 के पार्षद अभिलाषा कुमारी का नाम शामिल है। पार्षदों ने कहा कि अगर कमेटी को भंग नहीं किया जाता है तो 24 जनवरी को होने वाले नगर परिषद बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया जाएगा। वे लोग कार्यालय के बाहर बैठ जायेंगे। कहा कि गठन से पूर्व वार्ड संख्या चार की पार्षद सुनीता देवी का नाम भी शामिल था। लेकिन चुपके से उनका नाम हटा कर वार्ड 13 के पार्षद मो फिरोज आलम उर्फ डिसू को शामिल कर लिया गया। इस मौके पर पार्षद सिकंदर साह, रवि सिंह, अफरोज आलम, अजीम, सीताराम साह, अशोक तांती समेत कई वार्ड पार्षदों के प्रतिनिधि मौजूद थे।