वन विभाग की नर्सरी में किशोरों से ले रहे काम
मामला बेनीपुर एवं बिरौल के वन क्षेत्र कार्यालय बेनीपुर से जुड़ा हुआ है
गोपालगंज: बाल मजदूरों से काम लेने पर सरकार ने रोक लगा रखी है. बाल मजदूरों से काम लेने वालों पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है. लेकिन सरकारी विभाग की ओर से ही इस नियम का उल्लंघन किया जा रहा है. मामला बेनीपुर एवं बिरौल के वन क्षेत्र कार्यालय बेनीपुर से जुड़ा हुआ है.
दरभंगा जिले के दो अनुमंडलों बेनीपुर और बिरौल के वन क्षेत्र कार्यालय बेनीपुर के अधीन बेनीपुर में स्थित वन विभाग की अस्थाई पौधशाला में बीज शोइंग बेड बनाने का काम चल रहा है. इसमें किशोरों से भी काम लिया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक इस पौधशाला में 50 हजार बीज शोइंग बेड बनाने का वन विभाग का लक्ष्य है. पन्नी के छोटे-छोटे थैलों में जैविक व रासायनिक खाद और मिट्टी मिलाकर बीज शोइंग बेड बनाया जा रहा है. इसमें वयस्क मजदूरों के साथ किशोरों से भी काम लिया जा रहा है. यहां वन विभाग एक मजदूर को 395 रुपये मजदूरी देता है. कहा जा रहा है कि यहां काम करने वाले किशोरों को इससे कम राशि का भुगतान किया जा रहा है.
यहां काम करने वाले किशोरों ने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण उनके माता-पिता यहां उन्हें काम करने के लिए भेजते हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर बेनीपुर वन क्षेत्र के अधिकारी अनिल दुबे ने कहा कि पौधशाला में बीज शोइंग ट्यूब बनाने में सिर्फ वयस्क मजदूरों से ही काम लिये जाने का प्रावधान है. अगर वहां किशोरों से काम लिया जा रहा है तो इसकी जांच करायी जाएगी. इसमें अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि ट्यूब बनाने वाले मजदूर को रोज 395 रुपए मजदूरी दी जाती है.