पूर्ण शराबबंदी पर सुशील मोदी ने लालू यादव के बयान पर जमकर साधा निशाना
बिहार में शराबबंदी कानून (liquor prohibition 2016) के मसले पर सियासी बवाल मचा हुआ है. बिहार में जहरीली शराब से मौत (Death by Alcohol) ने इस कानून पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं,
जनता से रिश्ता। बिहार में शराबबंदी कानून (liquor prohibition 2016) के मसले पर सियासी बवाल मचा हुआ है. बिहार में जहरीली शराब से मौत (Death by Alcohol) ने इस कानून पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसके बाद सूबे की सियासत गर्म है. लालू यादव लगातार बिहार में शराबबंदी कानून पर हमलावर हैं. सुशील मोदी (Sushi Modi) ने लालू यादव (Lalu Yadav) के उसी बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने पूछा है कि 'जब लालू शराबबंदी कानून के इतने ही विरोधी थे तब उस वक्त जब इस काूनन को लागू किया गया था तो उन्होंने नीतीश सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लिया था? लालू आज किस मुंह से बिहार में पूर्ण शराबबंदी का विरोध कर रहे हैं'
अपने दूसरे ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा कि- 'बिहार में राजद-जदयू की सरकार ने 2016 में पूर्ण शराबबंदी (liquor prohibition 2016) लागू थी और विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने जनहित में इसका समर्थन किया था. लालू प्रसाद आज किस मुँह से कह रहे हैं कि वे पूर्ण शराबबंदी के विरुद्ध थे? अगर वे इसके विरोध में थे, तो उनकी पार्टी ने नीतीश सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लिया?'
सुशील मोदी ने कहा कि 'लालू कांग्रेस के साथ मिलकर विधान परिषद चुनाव लड़ने का पासा फेंक रहे हैं. लेकिन हमने पहले ही कहा था कि राजद और कांग्रेस के बीच नुरा कुश्ती है और दोनों चुनाव के बाद एक हो जाएंगे. भाजपा सांसद ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की पैंतरेबाजी समझने में हमने कोई गलती नहीं की. जनता भी यह बात समझ गई थी, यही कारण है कि आज लालू को दोनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा.'
शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए राज्यभर में चल रही ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान पर सुशील मोदी ने संतोष जताया है. आपको बता दें कि दिल्ली से पटना आने से पहले लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा था और कहा था कि बिहार में शराबंबदी की नीति कामयाब नहीं हो पाई है. सूबे में होम डिलिवरी हो रही है.