भागलपुर न्यूज़: भागलपुर शहरी क्षेत्र में यातायात की समस्या के निदान के लिए ड्रोन से सर्वे कराया जाएगा. सर्वे में इंजीनियरिंग व इंफ्रास्टक्चर की जरूरत पाते हुए समाधान किया जाएगा. यह जानकारी गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने दी. वे समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित विभागीय बैठक के बाद पत्रकारों से मुखातिब थे. उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट स्पॉट व ट्रैफिक लोड स्पॉट का ड्रोन से सर्वे कराने के बाद इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति का पता चलेगा. कहां फ्लाईओवर की जरूरत है. कहां अंडर पास की जरूरत है. कहां अचानक रोड क्रॉस करते हैं और दुर्घटना घटित होती है. ये सब सर्वे में आ जाएगा. दुर्घटना वाले स्पॉट के समीप ट्रॉमा सेंटर होना जरूरी है.
उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में डायल 112 से बेहतरीन सेवा जरूरतमंदों को मिल रही है. 15 मिनट में जख्मी व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. ऐसे में अब सरकार ने निर्णय लिया है कि 112 के लिए वाहनों की संख्या दोगुनी की जाए. यानी जितनी खरीद की गई है, उतनी और खरीद की जाएगी. भागलपुर को उपलब्ध कराई गई 112 के वाहनों की संख्या भी दोगुनी की जाएगी. अपर मुख्य सचिव ने बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त दयानिधान पांडेय व डीआईजी विवेकानंद से भागलपुर व नवगछिया में विधि-व्यवस्था, अपराध-नियंत्रण, स्पीडी ट्रायल की प्रगति की जानकारी ली. दोनों पुलिस जिलों की रिपोर्ट पर संतोष जताते हुए कहा, यहां की स्थिति ठीक है.
सजा दिलाने में आशातीत सफलता नहीं मिल पा रही
चैतन्य प्रसाद ने कहा कि अभियोजन में तेजी लाने और अपराधियों को सजा दिलाने में आशातीत सफलता नहीं मिल पा रही है. ऐसे में सभी संबंधितों से बात की गई. सरकारी वकीलों से समस्या के बारे में पूछा गया. उनकी रिपोर्ट पर संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को भी निर्देश दिया गया.
कांड के उद्भेदन का काम भागलपुर में काफी तेज
भागलपुर में बढ़ती हत्याओं के नियंत्रण पर कहा, क्राइम पर पूरी तरह से रोक लगा पाना संभव नहीं है. लेकिन पुलिस को निरंतर गश्ती करने, जांच करने और सजा दिलाने के लिए कहा गया है. भागलपुर में कांडों की जांच काफी तेजी से की जा रही है. बैठक में एसएसपी आनंद कुमार, प्रभारी डीएम सह डीडीसी कुमार अनुराग आदि मौजूद थे.