बिहार में वंदे भारत ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार
कहीं-कहीं तो यह 25 से 30 किमी प्रतिघंटे भी हो जा रही है
पटना: बिहार न्यूज़ डेस्क बिहार से गुजरने वाली सभी वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी. अभी ट्रेन अधिकतम 130 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है, लेकिन अलग-अलग सेक्शन में बाधाओं के कारण रफ्तार घटानी पड़ रही है. कहीं-कहीं तो यह 25 से 30 किमी प्रतिघंटे भी हो जा रही है.
विशेषकर पुराने रेल पुल- पुलियों और रेल फाटकों के आसपास सतर्कता बढ़ने से ट्रेन की रफ्तार धीमी रह रही है. यात्रियों के बीच भी इस बात की चर्चा है कि अधिकतम 130 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों को 350 से 450 किमी की दूरी तय करने में छह से सात घंटे का समय क्यों लग रहा. रेलवे अफसर भी जानते हैं कि समय में और कमी नहीं हुई तो किराया महंगा होने की वजह से यात्रियों की इस ट्रेन से अरुचि बढ़ेगी. इसी वजह से रेलवे अब वंदे भारत की रफ्तार के लिए मार्ग में बाधा बन रहे कारकों को दूर करने पर काम शुरू कर चुका है. अलग अलग सेक्शनों में मेगा ब्लॉक लेकर रेल की पटरियों को दुरुस्त करने से लेकर पटरी के आसपास अतिक्रमण व किसी तरह के अवरोध को दूर करने की तैयारी है. तीन-चार महीने में ट्रेनों के गंतव्य तक पहुंचने के समय में संशोधन भी हो सकता है. ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से गंतव्य तक पहुंचने में आधे से एक घंटे तक की अवधि घटाई जा सकती है.
● ट्रेन को गति और पटरियों को शक्ति देने पर काम शुरू
● क्षमता 130 किमी तक चलने की पर कई जगह गति 60 व 70 किमी प्रतिघंटे
● पटना से हावड़ा, रांची, एनजेपी और लखनऊ जाने वाली ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी
बिहार की वंदे भारत से ट्रेनें औसत गति अधिकतम गति
पटना रांची वंदे भारत एक्सप्रेस 63 किमी प्रतिघंट 130 किमी प्रतिघंटे
पटना हावड़ा वंदे भारत एक्स. 88.5 किमी प्रतिघंटे 130 किमी प्रतिघंटे
पटना गोमतीनगर वंदे भारत एक्स. 64 किमी प्रतिघंटे 130 किमी प्रतिघंटे
पटना न्यूजलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्स. 67 किमी प्रतिघंटे 130 किमी प्रतिघंटे
रांची वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस 68 किमी प्रतिघंट 130 किमी प्रतिघंटे
विभिन्न रेलखंडों पर वंदे भारत ट्रेनों की गति बढ़ाये जाने पर काम शुरू हो गया है. आने वाले दिनों में गंतव्य तक पहुंचने के समय में कमी होगी. इसके लिए काफी तैयारी की जा रही है. जहां-जहां ट्रेन की रफ्तार कम हो रही है, वहां इसकी रफ्तार बढ़ाने को लेकर काम तेजी से चल रहा है. - वीरेन्द्र कुमार, सीपीआरओ, पूमरे