बिहार न्यूज: बिहार की राजनीति में पहचान बनाने में जुटे चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को सवाल उठाते हुए कहा कि आपने कभी नीतीश कुमार को किसी कारखाना बनाने को लेकर चर्चा करते सुना है। अपनी जन सुराज पद यात्रा के दौरान समस्तीपुर पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए आज चर्चा का विषय धरती का नाश होने वाला है। मोबाइल का उपयोग करने से लोग पागल हो रहे हैं।
नीतीश कुमार क्या साइकोलोजिस्ट हैं या मनोवैज्ञानिक हैं? बिहार की जनता ने जो काम नीतीश कुमार को दिया है वह तो कर नहीं रहे बाकी बेकार की चीजों में इनका ध्यान रहता है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि नीतीश कुमार को अगर ध्यान से देखिएगा तो पता चलेगा कि उन पर उम्र का असर हो गया है। पिछले एक साल की उनकी पुरानी स्पीच उठाकर देख लीजिए आपको पता चल जाएगा कि वो हर बात को जलेबी की तरह घुमाते रहते हैं। बोलना कुछ चाहते हैं बोल कुछ और जाते हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि इन नेताओं से आप क्या अपेक्षा करते हैं? तेजस्वी यादव जैसे लोग चाहते हैं कि समाज में लोग एक-दूसरे से लड़ते-झगड़ते रहें। समाज अगर पिछड़ा रहेगा तभी न जाकर 9वीं पास आदमी को लोग अपना नेता मानेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार जैसी भयावह स्थिति देश के किसी दूसरे राज्य में नहीं है। क्या कोई तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों से बिहार में आकर मजदूरी कर रहा है? मगर बिहार के लोग जानवरों की तरह ट्रेन में लदकर भेड़-बकरी की तरह मजदूरी करने जा रहे हैं।