Siwan: आयुष्मान के लाभार्थियों को अस्पताल में नहीं मिल रहा सर्जरी का लाभ

Update: 2024-08-22 04:56 GMT

सिवान: सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों को सर्जरी का लाभ पूरी तरह से नहीं मिल रहा है. इलाज नहीं मिलने से लाभार्थी इधर-उधर भटकने, दूसरे प्रदेशों और शहर में संचालित निजी अस्पतालों का सहारा लेने के लिए विवश हैं. मिले आंकड़े के अनुसार, बीते महीने में सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत भी आंख, हड्डी व जनरल सर्जरी नहीं की गयी है.

वहीं, अस्पताल प्रशासन का दावा है किसी-सेक्शन के अलावा दो रोगियों को सामान्य सर्जरी का भी लाभ दिया गया है. एनिमल बाइट व अन्य बीमारियों के मरीजों को इलाज देने की बात बतायी गयी है. दूसरी तरफ योजना के तहत जिले में संचालित सरकारी व चयनित प्राइवेट अस्पतालों में महीने के कुल 485 मरीजों को इलाज देने का दावा किया गया है. इनमें 111 मरीजों का सरकारी जबकि 374 सरकारी अस्पतालों में इलाज किया गया है. अस्पताल में इन इलाजों के बदले कुल 16 लाख 78 हजार 950 रुपये भुगताने के लिए क्लेम भी किया जा चुका है. गौरतलब है कि जिले में आयुष्मान भारत योजना के कुल लाभार्थियों की संख्या 25 लाख 88 हजार 596 है. इनमें से करीब पचास फीसदी लाभार्थियों का ई-गोल्डेन कार्ड बनाया जा चुका है.

अबतक 22 616 लोगों को मिल चुका है इलाज: आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले के 22 हजार 616 लाभार्थियों ने इलाज के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया गया है. रजिस्ट्रेशन के आधार पर इनको देश के विभिन्न सरकारी व चयनित अस्पतालों में इस योजना के तहत इलाज दिया गया है. वहीं, बीते महीने के आंकड़े में 01 हजार 876 लाभार्थियों ने इलाज के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया इलाज पाए हैं.

लाभार्थी का पांच लाख रुपये का कैशलेस बीमा है: बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को सरकारी की ओर से पांच लाख रुपये तक का कैशलेश स्वास्थ्य बीमा दी जाती है. बीमार पड़ने के दौरान लाभार्थी इस बीमा योजना का लाभ उठा सकता है. किसी भी सरकारी व चयनित प्राईवेट अस्पताल में लाभार्थी को इस आयुष्मान गोल्डेन कार्ड के जरिए मुफ्त में इलाज मिलता है. इस योजना की शुरूआत 2018 में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए की गयी थी. हालांकि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की संख्या की तुलना में इलाज पाने वालों की संख्या काफी कम है.

बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में सरकारी अस्पतालों के अलावे कुल चार प्राईवेट अस्पतालों का भी चयन किया गया है. इन अस्पतालों में पहुंचकर लाभार्थी अपना इलाज करा रहे हैं. वहीं, विभाग का दावा है कि जिले में अधिक से अधिक लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज दिलाने की कोशिश है. जिले के प्राईवेट अस्पतालों में इस्मत ईएनटी, रंजन चिकित्सालय, चंद्र ज्योति नेत्रालय व शिवा आई हॉस्पिटल चिन्हित किया गया है.

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