दरभंगा न्यूज़: भीषण हीट वेव के बावजूद डीएमसीएच में व्यवस्था के वेंटीलेटर पर रहने से सेंट्रल कैजुअल्टी वार्ड (सीसीडब्ल्यू) में इलाजरत गंभीर मरीज गर्मी से उबलने को मजबूर हैं. खंड-खंड में चल रहे सीसीडब्ल्यू के जिस कमरे में एसी लगी है, वह चलने से मजबूर है. अन्य कमरे गर्मी से तप रहे हैं. वहां मंद चाल में चल रहे पंखे मरीजों को राहत नहीं पहुंचा पा रहे हैं.
उत्तर बिहार के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान में आलम यह है कि कई परिजनों को मरीजों के आराम के लिए अपने घर से टेबल फैन लाना पड़ा है. बावजूद इसके तपिश इतनी है कि घर से पंखे लाने के बावजूद मरीजों को राहत नहीं पहुंच पा रही है.
ओपीडी भवन में चलाए जा रहे ओपीडी में स्थिति सबसे विकट है. कमरे में लाइन से लगे चार बेड पर मरीज इलाजरत हैं. एक कोने में लगा पंखा धीमे-धीमे घूम रहा है. पंखे के नीचे बेड पर पड़े मरीज को भी वह राहत पहुंचा ही नहीं पा रहा है. गर्मी और उमस की वजह से कमरे की खिड़कियां खोलने पड़ती हैं. अंदर आ रही गर्म हवा और बेचैन कर रही है.
बहादुरपुर के पुरखोपट्टी गांव निवासी मरीज 37 वर्षीय हीरा महतो ने बताया कि गर्मी से बुरा हाल है. पंखों की समुचित व्यवस्था है ही नहीं, एसी का सपना दिखाया जा रहा है. मधुबनी जिले के झंझारपुर के मरीज सरोज झा ने बताया कि किडनी और लीवर इंफेक्शन की वजह से आठ दिनों से सीसीडब्ल्यू व में इलाजरत हैं. गर्मी से राहत के लिए अपने घर से टेबल फैन मंगवाना पड़ा. वहीं दूसरी ओर बेनीपुर के शिवराम निवासी मरीज 55 वर्षीय मो. सदीक, तरौनी गांव के मो. शमीम, शहर के फैजुल्लाखान मोहल्ले के 70 वर्षीय मो. जुम्मन खान, हनुमाननगर, तारालाही गांव निवासी रविन्द्र पासवान, बिरौल के सोनपुर गांव निवासी मरीज रामशंकर मुखिया आदि ने गर्मी के मौसम में पंखे की मंद गति, एसी की खराबी आदि की शिकायत की. आंत की सर्जरी के बाद इलाजरत श्रीराम सहनी ने बताया कि ओपीडी के एक कमरे में चार बेड लगे हैं और मात्र एक सीलिंग फैन लगा है. इसके चलते गर्मी से मन व्याकुल हो रहा था. तब टेबुल फैन घर से मंगवाना पड़ा.