गांवों का हुआ चयन, खुलेंगे 9 कृषि यंत्र बैंक

Update: 2023-04-08 12:30 GMT

नालंदा न्यूज़: इंतजार खत्म हुआ. कृषि यंत्र बैंक खोलने के लिए गांवों का चयन कर लिया गया है. राहत यह कि से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. खास यह भी कि यंत्र बैंकों का संचालन समूह बनाकर ही करना है. चयन में जीविका समूह, फॉर्मर प्रोड्यूशर ग्रुप (एफपीओ), सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) को प्राथमिकता दी जाएगी.

योजना के तहत उन्हीं गांव व पंचायत के समूह आवेदन करेंगे, जिन गांवों का चयन किया गया है. नौ में से सात समान्य तो दो एससी/एसटी वर्ग के लिए है. प्रत्येक कृषि बैंक की कुल लागत 10 लाख होगी. 80 फीसद यानी अधिकतम आठ लाख का अनुदान सरकार देगी. शर्त है कि जुताई, बुआई, कटाई और थ्रेसरिंग के यंत्र रखना जरूरी होगा. गूगल में जाकर कृषि विभाग के पोर्टल ‘ डाटअर’ को ओपेन कर इच्छुक किसान ऑनलाइन आवेदन करेंगे. आवेदन करते समय समूह का निबंधन संख्या, बैंक खाता का विवरण, नाम, पता व जरूरी दस्तावेज देने होंगे.

क्या होंगे फायदे कम पूंजी वाले किसान महेंगे कृषि यंत्र नहीं खरीद पाते हैं. बाजार में किराया पर कृषि यंत्र तो मिलते हैं. लेकिन, वह काफी महंगा रहता है. खासकर लघु एवं सीमांत कृषकों को इससे काफी परेशानी होती है. आधुनिक कृषि यंत्र सहज और कम किराया पर उपलब्ध करने के उद्देश्य से सरकार ने योजना की शुरुआत की है. उद्देश्य यह कि किसानों को सहज रूप से खेती-बाड़ी में काम आने वाले यंत्र उपलब्ध हो.

इन गांवों का चयन

1. बिहारशरीफ प्रखंड के पावा (पावा पंचायत) 2. बेन के अरावां (अरावां पंचायत) 3. हिलसा के रेड़ी (रेड़ी पंचायत) 4. एकंगरसराय के बादराबाद (बादराबाद पंचायत) 5. नूरसराय के बराड़ा(बराड़ा) 6. रहुई के सोसंदी (सोसंदी) 7. सिलाव के गोरावां (गोरावां) 8. हरनौत के बसनियावां (बसनियावां) 9. अस्थावां के ओइयाव (ओइयाव पंचायत)

कृषि यंत्र बैंक खोलने के लिए गांवों का चयन कर लिया गया है. से आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. इच्छुक समूह जरूरी दस्तावेज के साथ आवेदन कर सकते हैं. आवेदनों की जांच के बाद प्राथमिक के आधार पर समूहों का चयन किया जाएगा.

-संजय कुमार, डीईओ, नालंदा

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