भुगतान नहीं मिलने पर चयनित दुकानों ने बंद किया दवा देना

Update: 2023-04-08 12:45 GMT

दरभंगा न्यूज़: डीएमसीएच में समुचित दवा नही मिलने से आयुष्मान योजना के तहत इलाजरत मरीजों की फजीहत हो रही है. अस्पताल में उपलब्ध नहीं रहने पर मरीजों को कई दवा निजी दुकानों से खरीदनी पड़ रही है. लाखों का भुगतान लंबित रहने से चयनित दुकानदार ने मरीजों को दवा देने से मना कर दिया है. आयुष्मान का पैकेज रहने के बावजूद मरीजों को हजारों की दवा बाहर से खरीदनी पड़ रही है.

वहीं दूसरी ओर मरीजों को आयुष्मान का लाभ दिलाने के लिए कार्यरत एजेंसी के प्रतिनिधियों को भी परिजनों का आक्रोश झेलना पड़ रहा है. अपेक्षित मदद नहीं मिलने से मरीज के परिजन निबंधन करने वाले प्रतिनिधियों पर बरस पड़ते हैं. इस वजह से आयुष्मान का निबंधन भी प्रभावित हो रहा है. वहीं लाभार्थियों की संख्या में कमी आने की आशंका भी बनी हुई है.

दरअसल आयुष्मान के तहत इलाजरत मरीजों को सभी सुविधाएं मुफ्त दी जानी है. मरीजों को अस्पताल में उपलब्ध दवा तो मिल जा रही है. लेकिन कई महंगी दवा की खरीदारी पर हजारों की राशि खर्च करनी पड़ी है. दवा की आपूर्ति के लिए चयनित दुकानदार ने पत्र के माध्यम से लाखों के बकाया का भुगतान अस्पताल प्रशासन से अविलंब करने की मांग की है. भुगतान नहीं होने तक उन्होंने दावा देने से इनकार कर दिया है. उन्होंने न्यायालय के शरण में जाने तक की चेतावनी दे दी है.

आयुष्मान योजना के तहत लाभ देने में फिलहाल डीएमसीएच जिले में पहले पायदान पर है. यहां दूर दूर से इलाज के लिए मरीज पहुंचते है. गायनी, मेडिसिन, सर्जरी और ओथोपेडिक विभाग में कार्ड धारकों को सबसे ज्यादा लाभ मिलता है.

अस्पताल में इलाज करा चुकी कमतौल जाले निवासी प्रसूता पुष्पा कुमारी की मां बबीता देवी ने बताया कि उन्हें आयुष्मान कार्ड का कोई लाभ नहीं मिला ह. इलाज के दौरान उन्हें 19 मार्च को ऑपरेशन कर बच्चा हुआ है और करीब छह-सात हजार की राशि खर्च करनी पड़ी. बघात मनीगाछी निवासी रानी कुमारी के परिजन श्रवण कुमार, सीतामढ़ी निवासी सरिता देवी के परिजन जीतू कुमार आदि ने भी बताया कि दवा के लिए उन्हें हजारों की राशि खर्च करनी पड़ी.

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