सीएम नीतीश की बढ़ती लोकप्रियता देखकर अपना मानसिक संतुलन खो चुकी है बीजेपी
पटना। बिहार में महागठबंधन सरकार बनते ही बीजेपी और जदयू में जुबानी जंग तेज है। बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने तो यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता से बीजेपी नेता मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उन्होंने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि 2024 में जब 50 से 60 एमपी हटाएंगे तो इन लोगों की बोलती बंद हो जाएगी। वहीं जदयू एमएलसी रसूल बलियावी ने कहा कि अभी तो सिर्फ एक पोस्टर निकला है और बीजेपी नेताओं को बुखार चढ़ गया है। दरअसल बीते दिनों जदयू कार्यालय में कई पोस्टर लगाए गए हैं। जिससे यह माना जा रहा है कि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट किए जा सकते हैं। वही जदयू एमएलसी रसूल बलियावी ने कहा कि अभी तो सिर्फ एक पोस्टर निकला है। बिहार बदला है देश बदलेगा- इतने में ही बीजेपी को बुखार चढ़ गया है वो भी हाई टेम्परेचर वाला। दरअसल बीते दिनों जदयू कार्यालय में कई पोस्टर लगाए गए हैं। प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा, आगाज हुआ, बदलाव होगा। इसके साथ ही जदयू दफ्तर में लगे लगाए गए पोस्टरों में विभिन्न प्रकार के अन्य स्लोगन लिखे गए हैं। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट किए जा सकते हैं। वहीं सीएम नीतीश के दिल्ली दौरे को लेकर रसूल बलियावी ने कहा कि मुख्यमंत्री एक सोच के साथ दिल्ली निकले हैं। देश आज रोजगार,महंगाई,भ्रष्टाचार से बेहाल है।
इसके साथ ही सीएम नीतीश के दिल्ली दौरे को लेकर बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के दिल्ली जाने से बीजेपी के नेता बौखला गए हैं। बीजेपी के नेता मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। तिलमिला कर बीजेपी के लोग कुछ से कुछ बयान दे रहे हैं। इस तरह की बयानबाजी से बीजेपी के नेताओं को समीक्षा करनी चाहिए, कि उनकी कितने राज्यों में सरकार है। कुछ राज्यों में फरेब कर के बीजेपी वाले सरकार बनाएं हैं। 2024 में जब 50 से 60 एमपी हटाएंगे तो इन लोगों की बोलती बंद हो जाएगी। श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के दिल्ली जाने से भारतीय जनता पार्टी के लोग बौखला गए हैं। 2024 में सिर्फ दिल्ली या लाल किले पर कब्जा नहीं होगा, बल्कि अन्य राज्यों से भी बीजेपी का सफाया होगा। श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के लालच में नहीं हैं, लेकिन जो अभी देश की परिस्थिति है, उसको देखते हुए एकजुट होने की जरूरत है। नीतीश कुमार इसी के लिए दिल्ली गए हैं और सभी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इसके साथ आज की रणनीति तैयार की जाएगी कि 2024 के लिए क्या करना चाहिए। पहली प्राथमिकता है, सभी को एकजुट करना। उसके बाद प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा, यह तय होगा।