वैज्ञानिक ने किया नव विकसित अधिक उपज देने वाले धान के प्रभेदाें का प्रदर्शन
धान के प्रभेदाें का प्रदर्शन
वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय, डुमरांव परिसर में, डॉ मोहम्मद रियाज अहमद, प्राचार्य एवं डॉ प्रकाश सिंह, परियोजना शोधकर्ता, कृषि महाविद्यालय की देखरेख में किसानों को रविवार को धान प्रक्षेत्र दिवस सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसमें धान के 40 से अधिक नवीन राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर से विकसित प्रभेदाें का प्रदर्शन किया गया, साथ ही साथ, भविष्य में विकसित होने वाली धान के प्रभेदाें पर शोधकार्य विभिन्न शोध परियोजनाओं द्वारा किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है एवं इसकी जांच किसानों की सहभागिता से किया जा रहा है ।
वही 60 से अधिक किसानों द्वारा वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव में लगे हुए धान की नव विकसित अधिक उपज देने वाली प्रभेदाें का मूल्यांकन एवं चयन स्कोरिंग के माध्यम से किया गया, जिसमें किसानों ने बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी ली।
धान प्रक्षेत्र दिवस के दौरान किसानों ने कुछ प्रभेदाें का चयन सर्वाधिक स्कोर देकर किया गया जिसमे बीआरआर 2141, बीआरआर 2110, बीआरआर 2177, बीआरआर 2107, बीआर 2186, बीआरआर 2176 आदि को सर्वाधिक स्कोर दिया गया एवं अन्य प्रभेद जैसे-सबौर हर्षित, सबाैर दीप, सबाैर संपन्न, कतरनी, सोनाचूर आदि को द्वितीय तथा सबाैर अर्धजल, सहभागी स्वर्णा समृद्धि आदि को तृतीय स्थान दिया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महाविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. पवन शुक्ला, डॉक्टर आनंद कुमार जैन, डॉ. प्रकाश सिंह के साथ बक्सर जिले के किसान घनश्याम पाठक, लक्ष्मण, देवदत्त राय, विष्णु कांत मिश्रा, मोहन तिवारी,रमेश तिवारी, शरद चौबे, रवि कांत मिश्रा, रामेश्वर राय, गिरीश जी, त्रिपुरारी राय, आदि उपस्थित रहे। अंत में प्राचार्य वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव ने धन्यवाद ज्ञापन सभी किसान भाइयों का किया।