सिवान न्यूज़: गर्मी बढ़ने के साथ पानी की सभी को आवश्यकता बढ़ने लगी है. ऐसे में शुद्ध पेयजल की तलाश सभी को रहती है. लेकिन, शुद्ध जल सभी जगह पर मिले तब न. महत्वाकांक्षी नल-जल योजना की स्थिति काफी खराब है. लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में यह योजना नाकाम साबित हो रही है.
नल-जल की खराब स्थिति किसी एक पंचायत में नही, बल्कि सभी पंचायतों में यह स्थिति देखी जा रही है. प्रखंड के राजपुर पंचायत में ही सबसे अधिक 12 वार्डों में नल-जल की सप्लाई चालू है. हालांकि, यहां पर भी 2 वार्डों में काम आधा अधूरा ही हुआ है, जिससे पानी की सप्लाई अब तक शुरू नहीं की जा सकी है. वहीं फुलवरिया में 4 वार्डों में ही सप्लाई हो रही है. निखती कला में भी कुछ इसी तरह की स्थिति है. निखती खुर्द गांव में नल-जल का काम सबसे पहले ही शुरू हुआ और खराब भी पहले ही हो गया. दिघवलिया में 6 वार्डों में चालू है और 7 में मेंटेनेंस का ही काम चल रहा है. 2 में काम अधूरा है. कुशहरा पंचायत में 13 वार्डों सिर्फ 2 में ही पानी की सप्लाई हो रही है. जबकि बडुआ में सभी 12 वार्डों में सिर्फ एक वार्ड 9 में पानी की सप्लाई चालू है. वार्ड 2 में तो काम अधूरा रहने से 10 लाख की रिकवरी करने व एफआईआर करने का आदेश जारी किया गया है. गोपीपतियांव के 6 वार्डों में ही नल-जल का पानी लोगों को मिल रहा है. रघुनाथपुर बाजार में 2 वार्ड में पीएचडी से सप्लाई पानी की करनी है. पंचायत के 8 वार्डों में पानी की सप्लाई होती है. लेकिन, कई में काम आधा-अधूरा होने से सभी को इसका फायदा ही नहीं मिलता.
करसर पंचायत में सिर्फ एक वार्ड में ही नल-जल योजना से पानी की सप्लाई हो रही है. खुजवां, पंजवार, नरहन, टारी, चकरी, संठी और गभीरार पंचायत में दो-चार वार्ड में ही पानी की नियमित सप्लाई हो रही है. इस संबंध में पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि अधिकतर का एमबी ही बुक नहीं हुआ है. ऐसे में उन्हें यह कैसे पता चलेगा कि कितना काम हुआ है और कितना में बाकी. जब तक एमबी बुक नहीं होता कोई नया काम इसमें शुरू नहीं होगा. प्रभार के नाम पर पासबुक और चेकबुक ही मिला है. कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई रिस्पांश नहीं ली जा रही है.