सासाराम लोकसभा सीट कई मायनों में पूरे देश में चर्चित रहा
सीट से जो पार्टी जीती केंद्र में बनी उसी की सरकार
रोहतास: सासाराम लोकसभा सीट कई मायनों में पूरे देश में चर्चित रहा है. एक तरफ सासाराम की पहचान पांच साल में अर्थव्यस्था बदलने वाले शासक शेरशाह के नाम से होती है. वहीं दूसरी ओर सासाराम लोकसभा की पहचान केंद्र में उसी पार्टी की सरकार बनाने को लेकर भी रहा है.
1952 से लेकर 19 तक जिस पार्टी के उम्मीदवार की जीत सासाराम लोकसभा सीट से होती रही. उसी पार्टी का केंद्र में सरकार बनते रहा है. हालांकि 1984 में बाबू जगजीवन राम ने अपनी पार्टी कांग्रेस (जगजीवन) बना चुनाव लड़ जीत दर्ज किया था.
1984 को छोड़ 1952 से अबतक सरकार के रहे सांसद वर्ष 1984 का लोकसभा चुनाव छोड़ 1952 से लेकर 19 तक सासाराम लोकसभा सीट से जिस पार्टी के उम्मीदवार की जीत हुई है. अभी तक केंद्र में उसी पार्टी की सरकार बनी है. यह महज संयोग भी हो सकता है. लेकिन, पिछले 72 सालों का समीकरण देखते हुए वर्तमान में सभी पार्टी के साथ उम्मीदवारों की नजर सासाराम लोकसभा सीट पर है. इस सीट से जीत के लिए सभी पार्टियां अभी से ही ऐड़ी-चोटी का जोर लगाने में लगी है. हालांकि इस बार के चुनाव में पुराना समीकरण बदलेगा या एक बार फिर यहां से चुनाव जीतने वाले दल का ही केंद्र में सरकार बनेगा. यह तो चुनाव नतीजे ही बताएंगे. फिलहाल चुनाव पर चर्चा जोरों शोरों से हो रही है.
विधानसभा कुल पुरुष महिला अन्य
चेनारी 315790 1643 151460 6
सासाराम 357849 185909 171934 6
करगहर 329466 72706 156750 10
मोहनिया 281498 145865 135628 5
भभुआ 280997 146531 134463 3
चैनपुर 333394 173984 159409 1
कुल 1898994 989319 909644 31