Patna सूरत-ए-हाल कॉलेज में शिक्षकों का रुटीन बदला पर छात्रों की उपस्थिति ज्यादा नहीं बढ़ी

शिक्षकों का रुटीन बदला पर छात्रों की उपस्थिति ज्यादा नहीं बढ़ी

Update: 2023-10-06 07:51 GMT
बिहार शिक्षा विभाग के आदेश का असर विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में दिखने लगा है. कॉलेजों में समय पर शिक्षक और कर्मचारी पहुंचने लगे हैं. कॉलेजों में कक्षा सारणी के अनुसार 9 से 10 बजे लगने लगी है. शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति भी दर्ज हो रही है. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय और पटना विवि के कॉलेजों में पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई कि शिक्षकों की उपस्थिति दो स्तरों पर दर्ज की जा रही है. बायोमेट्रिक के बाद अपने विभाग में महाविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए फॉर्मेट पर शिक्षक हस्ताक्षर कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. यदि कोई शिक्षक छुट्टी पर है तो छुट्टी के विवरण के साथ इस बात का प्रमाण भी प्रस्तुत करते हैं कि छुट्टी पर जाने के कारण छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं हुई. उक्त शिक्षक की क्लास विभाग के अन्य शिक्षकों को एलॉट कर दिया जाता है. इसके अलावा प्रतिदिन 3 बजे से 4 बजे के बीच कक्षाओं में छात्रों की संख्या का पूर्ण ब्योरा निर्धारित फॉर्मेट में विभागाध्यक्ष कार्यालय को उपलब्ध करना सुनिश्चित करते हैं.
निरीक्षण का असर भी हुआ
अब शिक्षक और कर्मचारी समय पर आ रहे हैं. शुरू में अफसरों के निरीक्षण में शिक्षक व प्राचार्य नदारद मिले थे. शिक्षा विभाग की कार्रवाई के बाद स्थिति बदली है. पटना के एएन कॉलेज, कॉलेज आफॅ कामर्स आर्ट्स एण्ड साइंस, अरविंद महिला कॉलेज, बीडी कॉलेज, आरकेडी, टीपीएस कॉलेज समेत अन्य कॉलेजों में निरीक्षण दल ने दौरा किया था.
पुरानी व्यवस्था
 शिक्षक महाविद्यालय आते थे लेकिन समय की पाबंदी नहीं थी
 शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग समय पर कॉलेज पहुंच जाता था लेकिन कुछ शिक्षक समय के पाबंद नहीं थे
 छात्रों की उपस्थिति नगण्य होती थी इसलिए शिक्षकों की उपस्थिति के बावजूद कक्षाओं का संचालन नहीं के बराबर होता था
 छात्रों की अनुपस्थिति और कक्षाओं के सुचारू रूप से संचालित नहीं होने के कारण पाठ्यक्रम कभी पूरा नहीं हो पाता था
बदलाव
शिक्षक की कम से कम पांच घंटे महाविद्यालय में उपस्थित रह रहे हैं
 लगभग 40 छात्रों की कक्षा में उपस्थित. (शहर के बड़े कॉलेजों में)
कक्षाओं का समय पर संचालन
निर्धारित समय में पाठ्यक्रम पूरा करने की कोशिश
कुछ विभागों और वोकेशनल कोर्स को छोड़ दिया जाए तो कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति 40 से 45 प्रतिशत से ज्यादा नहीं रहती. इस मामले पर कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एवं साइंस के प्राचार्य प्रो. इन्द्रजीत प्रसाद राय कहते हैं शिक्षक तो समय पर आ रहे हैं पर कक्षाओं में छात्रों की स्थिति संतोषजनक नहीं है. यही स्थिति पाटलिपुत्र विवि के एएन कॉलेज, बीडी कॉलेज, आरकेडी सहित अन्य कई कॉलेजों में देखने मिली. पीयू के कॉलेजों और पीजी विभागों में भी छात्रों की उपस्थिति का हाल कुछ ऐसा ही है.
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