Rohtas: शिक्षा विभाग का लक्ष्य, सभी स्कूलों में पानी की उपलब्धता के लिए होगी बोरिंग

पहली बार बड़े पैमाने पर वहां बोरिंग करायी जा रही है

Update: 2024-06-01 10:08 GMT

रोहतास: राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में पानी की उपलब्धता निरंतर बनाए रखने के लिए पहली बार बड़े पैमाने पर वहां बोरिंग करायी जा रही है. शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के हर स्कूल में यह सुविधा रहे.

इसी क्रम में जिन स्कूलों में अभी-तक बोरिंग नहीं लगे हैं, वहां जल्द-से-जल्द इसकी सुविधा बहाल करायी जा रही है. विभाग ने सभी जिलों से बोरिंग की अपडेट रिपोर्ट मांगी है. ताकि, विभाग को जिलावार यह जानकारी हो सके कि कितने स्कूलों में बोरिंग हुई और कितनों में अभी भी यह सुविधा नहीं है. मालूम हो कि राज्य में सरकारी स्कूलों की संख्या 72 हजार से अधिक है. इस संबंध में विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि पहली बार इस तरह की व्यवस्था इतने बड़े स्तर पर की जा रही है. स्कूलों में आधारभूत संरचना के लिए जो राशि भेजी गयी है, इसके तहत ही बोरिंग लगाने के निर्देश भी दिये गये हैं. ताकि, नल से जल की आपूर्ति स्कूलों में हो. विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि शौचालयों में नल से पानी की आपूर्ति होगी, तभी यह माना जाएगा कि वह उपयोग के लायक है. यही कारण है कि शौचालयों में नल से पानी की आपूर्ति को अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही पेयजल और हाथ धोने के लिए भी अलग-अलग नल लगाने के निर्देश हैं. इसके लिए जरूरी है कि स्कूल में बोरिंग हो.

पीएचईडी के बिछाये गये पाइप से भी बोरिंग जुड़ेगी: विभागीय पदाधिकारी यह भी बताते हैं कि पूर्व में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) द्वारा भी स्कूलों में नल से पानी की आपूर्ति की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए स्कूलों में पाइप बिछाये गये हैं. ऐसे स्कूलों में भी अपना बोरिंग लगाने का निर्देश है, ताकि पानी की समस्या कभी नहीं आये. स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को निर्देश है कि पीएचईडी द्वारा बिछाये गये पाइप से ही बोरिंग को जोड़ दिया जाए. जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में भी विभाग द्वारा निरंतर निर्देश दिये जा रहे हैं कि स्कूलों में बोरिंग कराएं.

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