भागलपुर। गणपतराय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर नरगाकोठी चंपानगर भागलपुर के सभागार में शनिवार को क्षेत्रीय बालिका शिक्षा का उद्घाटन अखिल भारतीय बालिका संयोजिका रेखा चुड़ा समा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम, क्षेत्रीय सचिव नकुल शर्मा, प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, प्रदेश मंत्री भरत पूर्वे, विभाग प्रमुख विनोद कुमार एवं क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख शर्मिला द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर अखिल भारतीय बालिका संयोजिका ने कहा कि बालिका शिक्षा विद्या भारती में 35 वर्षों से चली आ रही है। किंतु वर्तमान समय में और सुधार की आवश्यकता है। जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी दर्शाया गया है। नारी परिवार की मेरुदंड है।
जो अपने व्यक्तित्व से संतान, परिवार, समाज, देश और विश्व को प्रभावित करती है। सच्चे अर्थों में मानव को सुसंस्कृत बनाने का श्रेय नारी को जाता है। आज की बालिका को संयमी, धैर्यवान, बुद्धिमान और कठिन परिस्थितियों में निर्णय लेने लायक बनाना होगा। बालिका देश के बेहतर भविष्य की एक महत्वपूर्ण नींव है। क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम ने कहा कि शिक्षा जीवन जीने का एक अनिवार्य हिस्सा है चाहे बालक हो या बालिका। एक शिक्षित बालिका में कौशल, सूचना, प्रतिभा और आत्मविश्वास होता है। शिक्षा बालिकाओं के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन का अवसर प्रदान करता है। आज चार सत्रों में बैठक संपन्न हुआ। जिसमें दक्षिण बिहार, उत्तर बिहार और झारखंड से आए हुए लगभग 40 बालिका शिक्षा प्रमुख दीदी जी ने भाग लिया।