पढ़ें साजिश का कच्चा चिट्ठा, निशाने पर बिहार का मिथिलांचल और सीमांचल का इलाका
पटना. फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद छानबीन में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने मिशन-2047 के लिए बिहार में दो स्तर की प्लानिंग की है. PFI पहले चरण के तहत प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों में स्थित मस्जिदों को साधने की साजिश रची है, ताकि अपना 'संदेश' बिहार के अंदरुनी हिस्सों में फैलाया जा सके. दूसरे चरण के तहत शारीरिक शिक्षा को रखा गया है. इसके तहत युवाओं को मार्शल आर्ट, तलवारबाजी आदि सिखाने की प्लानिंग है. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद वापस जाने वाले युवाओं को अपने गांवों और इलाकों में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिए जाने की बात कही गई है, ताकि उनलोगों को संगठन से जोड़ा जा सके. पीएफआई की साजिशों का पता चलने से केंद्रीय एजेंसियों के साथ ही बिहार पुलिस भी सतर्क हो गई है.
सूत्रों के अनुसार, PFI के निशाने पर खासकर बिहार का मिथिलांचल और सीमांचल का इलाका है. इन दोनों इलाके के अधिकांश जिलों की सीमाएं नेपाल से लगती हैं और यहां के दूर-दराज वाले इलाके भी काफी पिछड़े हैं. पीएफआई इन इलाकों में अनपढ़े और बेरोजगार युवाओं को टार्गेट करने की फिराक में है. इससे पहले गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ में पूर्णिया, कटिहर, अररिया, फारबिसगंज, किशनगंज, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बांका जिलों में पीएफआई द्वारा कैंप लगाने की बात सामने आ चुकी है. नए खुलासे से सुरक्षा एजेंसियां भी चौकस हो गई हैं, ताकि पीएफआई के मंसूबों पर पानी फेरा जा सके.
नूपुर शर्मा के नाम पर उकसाने की साजिश
पीएफआई की दो स्तरीय साजिश के तहत खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने के तौर-तरीकों पर भी बात की गई है. पीएफआई की साजिश के अनुसार, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु आदि राज्यों से मौलानाओं और इमामों को बुलाकर बिहार के दूर-दराज वाले इलाकों में भेजा जाए. ये मौलाना/इमाम दरभंगा, मोतिहारी जैसे जिलों के सुदूरवर्ती इलाकों में जाकर वहां के लोगों को नूपुर शर्मा के बयान के बारे में बताएंगे. साथ ही यह सुनिश्चित करने का भी उल्लेख है कि यह संदेश जुमे की नमाज के बाद दी जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे जान सकें.
पटना एयरपोर्ट के पास हुई थी बैठक
सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना आगमन से एक दिन पहले रोसलान नाम के शख्स ने पटना एयरपोर्ट से लगते क्षेत्र में बैठक की थी. एजेंसियों का मानना है कि रोसलान तमिलनाडु से विशेष तौर पर पटना आया था. उसने इस खतरनाक साजिश के बारे में बैठक में शामिल लोगों को निर्देश दिए थे.