मोतिहारी। महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर उनकी पत्नी ने गर्भपात करने के लिए मारपीट का आरोप लगाया है।मामले में प्रोफेसर की पीड़ित पत्नी जो स्वयं भी प्रोफेसर है।उसने यूपी के गोरखपुर जिले के बांसगांव थाना मे आवेदन दिया है।जिसके बाद पुलिस ने पति समेत छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।वही आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। मामले में कुशीनगर जिले के सुकरौली स्थित राजकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत अर्चना त्रिपाठी ने आवेदन देकर आरोप लगाया है कि 7 जून को उनकी शादी बांसगांव थाना क्षेत्र के जिगिना भियांव गांव निवासी शिव प्रकाश त्रिपाठी के पुत्र अम्बिकेश त्रिपाठी से हुई है।अम्बिकेश बिहार के मोतिहारी जिले में स्थित महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।जहां वे गांधीवादी शांति अध्ययन की पढाई कराते है।वे बेबजह मेरे चरित्र पर संदेह करते हुए हमेशा प्रताड़ित करते रहते हैं।
दीपावली के दिन करीब ढाई बजे अर्चना अपनी बहन सौम्या के साथ जिगिना भियांव गांव में ससुराल पहुंची। घर पर पहुंचते ही पति अम्बिकेश,उनके भाई आशुतोष, ननद अर्पणा, सास बिन्दु देवी तथा ग्राम चइतरा निवासी संजय पांडेय व आलोक पांडेय ने गोलबंद होकर गाली देते हुए गर्भपात कराने का दबाव बनाने लगे। मना करने पर पेट में पल रहे बच्चे को क्षति पहुंचाने की नीयत से पति अम्बिकेश उसके पेट लात से मारने लगे। जिससे उसे अंदरूनी चोटें आयी हैं। इस दौरान जब बीच बचाव करने उसकी बहन सौम्या पहुंची तो आलोक पांडेय तथा संजय पांडेय ने उसके साथ भी बदसलूकी करते हुए उसके कपड़े फाड़ डाले।वही इस मामले की जानकारी मोतिहारी पहुंचते ही चर्चाओ का बाजार गर्म है।लोग गांधी के अहिंसा और शांति के पाठ पढाने वाले इस प्रोफेसर के करतूतो पर तरह तरह की टिप्पणी कर रहे है। वही इस बाबत महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविधालय के गांधी शांति अध्ययन केन्द्र के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर असलम खान से जब पूछा गया तो उन्होने बस इतना ही कहा यह जानकारी तो है कि प्रो.अम्बिकेश के साथ कुछ इशु हुआ है,लेकिन विशेष जानकारी नही है।