पटना न्यूज़: बिहार में अपराध की घटना को अंजाम देने के पहले ही अपराधियों को दबोचने और उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी चल रही है. पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर इस पर पहल भी शुरू की गयी है.
पुलिस मुख्यालय के अनुसार स्थानीय इंटेलिजेंस को विकसित करने की कोशिश की जा रही है. किसी भी घटना को अंजाम देने के पूर्व अपराधियों के एकत्र होने और षडयंत्र रचने के दरम्यान ही उन्हें गिरफ्तार करने की कार्रवाई शुरू की गयी है. इसमें विभिन्न जिलों में कई महत्वपूर्ण सफलताएं भी मिली हैं. वहीं, पूर्व में हुए कई आपराधिक घटनाओं में अपराधियों की संलिप्तता भी उजागर हुई है. बड़े-बड़े कांडों का उद्भेदन भी संभव हुआ है. सभी जिलों में कार्रवाई तेज करने को कहा गया है.
पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस पहल के तहत स्थानीय मुखबिरों को प्राथमिकता दी जा रही है. ताकि, सार्वजनिक स्थलों, सुनसान इलाकों व अपराध की घटनाओं को अंजाम दिए जाने वाले विशेष स्थलों की मुखबिरी करायी जा सके. पुलिस की प्रमुख कार्रवाई जिसमें अपराधी गिरफ्तार किए गए
पुलिस प्रशासन द्वारा पिछले दिनों की गयी कार्रवाई के तहत कई महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की गयी है. इनमें गुप्त सूचना के आधार पर नवगछिया के इस्माइलपुर थाना अंतर्गत लक्ष्मीपुर गांव में मिनी गन फैक्ट्री का जब्त किया गया है. यहां 1 देशी राइफल, 3 देशी कट्टा, 1 पिस्टल, अर्द्धनिर्मित देशी कट्टा का बट - 7, बैरल - 10 एवं हथियार बनाने के उपकरण जब्त किए गए है. इसके अतिरिक्त वहां के दस टॉप अपराधियों में शामिल सकला यादव को गिरफ्तार किया गया है. इसके ऊपर भागलपुर व नवगछिया में हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट जैसे 13 कांड दर्ज हैं. वहीं, बेगूसराय में गुप्त सूचना के आधार पर टॉप 10 अपराधियों में शामिल सौरभ कुमार, गौरव कुमार व शिवम कुमार को बरौनी थाना क्षेत्र से हथियार समेत गिरफ्तार किया गया है.
दूसरी ओर, मुजफ्फरपुर के कांटी में माइक्रो फाइनेंस कंपनी में हुई लूट की घटना में शामिल तीन अपराधियों कौशल दास, संतोष सहनी उर्फ बैगन और राशिद उर्फ डेविड सहित कुल छह अपराधियों के खिलाफ गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गयी.
और मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने में सफलता मिली. कैमूर में पिछले दो माह में हुए कई लूट कांडों में शामिल चार कुख्यात अपराधियों रोहित कुमार शर्मा, बिजेंद्र यादव, नितेश यादव एवं कन्हैया यादव को गिरफ्तार किया गया है.